कौन था मुगल काल का सबसे ताकतवर किन्नर, आज होता तो RAW और MOSAD को भी पिला देता पानी

शाही दस्तरखान हो या फिर शाही हरम, मुगलों के महल में हर जगह किन्नर नजर आया करते थे। किन्नरों पर मुगल बादशाह पुरुषों से ज्यादा विश्वास करते थे। किन्नर कई तरह से मुगल बादशाहों के काम आते थे। इतिहास में यूं तो कई चर्चित किन्नर हुए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगल साम्राज्य में सबसे ताकतवर किन्नर कौन था?

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मुगल काल की रोचक बातें

मुगलों ने हिंदुस्तान पर करीब 200 साल तक शासन किया। शासन प्रशासन हो या फिर खान-पान, मुगलों का अपना अलग अंदाज था। उनकी जीवनशैली और राजपाठ का तरीका भी भारतीय राजाओं से काफी अलग था। मुगलों के राजपाठ की एक जुदा बात ये थी कि वह किन्नरों पर बड़ा विश्वास करते थे।

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मुगल और किन्नर

इतिहास की तमाम किताबों में दर्ज है कि मुगल बादशाह का खाना किन्नर ही परोसते थे। किन्नर ही शाही हरम में सुरक्षा और कामकाज की जिम्मेदारी भी संभालते थे। रानियों के इर्द गिर्द भी दोस्त या सेवक के तौर पर किन्नर ही होते थे।

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मुगल साम्राज्य का सबसे ताकतवर किन्नर

जब मुगल काल में सबसे ताकतवर किन्नर की आती है तो कई इतिहासकार एक नाम बताते हैं। यह नाम है जावेद। जावेद को मुगलकाल का सबसे प्रभावशाली किन्नर माना जाता था। जावेद को पता था कि उसे अपने दिमाग का इस्तेमाल कब, कहां और कैसे करना है।

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खूफिया कामों में था एक्सपर्ट

जावेद बेहद निम्न वर्ग परिवार में जन्मा था। मोहम्मद शाह रंगीला ने उसकी नियुक्ति शाही महल में की थी। गुप्तचर के काम में जावेद काफी तेज था। वह अपनी इस कला से बादशाह के काफी करीब हो गया। रंगीला ने उसे हरम में नियुक्त किया और सहायक अधीक्षक की उपाधि दी थी।

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नवाब बहादुर की उपाधि वाला इकलौता किन्नर

जावेद बेहद निम्न वर्ग परिवार में जन्मा था। मोहम्मद शाह रंगीला ने उसकी नियुक्ति शाही महल में की थी। गुप्तचर के काम में जावेद काफी तेज था। वह अपनी इस कला से बादशाह के काफी करीब हो गया। रंगीला ने उसे हरम में नियुक्त किया और सहायक अधीक्षक की उपाधि दी थी।

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इतिहास में दर्ज है किन्नर जावेद

वह मुगल काल में कई सालों तक गुप्तचर विभाग के प्रमुख के तौर पर काम करता रहा। इंटरनेट औऱ इतिहास की किताबें खंगालने पर उसके इस कला की कई कहानियां मिलती हैं। वह अपने कौशल से हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो चुका है।