भारतीय वायुसेना की बढ़ी ताकत, एयरबस डिफेंस ने सौंपे दो और C295 विमान; जानें क्या है खासियत

भारतीय वायुसेना को दो और C295 सैन्य विमान मिल गए हैं। स्पेन के सेविले में एयरबस डिफेंस ने चौथा और पांचवा C295 विमान भारत को सौंपा है। इसका पहला विमान पिछले साल के सितंबर महीने में दिया गया था।

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दो और C295 विमान

​भारतीय वायुसेना की क्षमता को बढ़ावा देते हुए इसके बेड़े में दो और ट्रॉसपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल हो गए हैं। एयरबस डिफेंस ने भारतीय वायुसेना को दो और C295 विमान सौंप दिए हैं। एयरबस डिफेंस ने स्पेन के सेविले में अपने उत्पादन संयंत्र से चौथा और पांचवां C295 विमान भारत को दे दिया है।

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​शॉर्ट टेक ऑफ और लैंडिंग​

C295 विमान अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए फेमस है। यह विमान शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग में सक्षम है, इस कारण यह छोटी और संकीर्ण हवाई पट्टियों पर भी काम कर सकता है। यह विमान सिर्फ 420 मीटर लंबे रनवे पर लैंड कर सकता है और 844 मीटर के रनवे पर टैक ऑफ कर सकता है।

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​विमान की स्पीड​

इस विमान को पहाड़ी इलाकों में आसानी से लैंड कराया जा सकता है। इसे हवा में ही रिफ्यूल भी कर सकते हैं। यह विमान 9250 किलो तक वजह उठा सकता है। यह विमान 482 किमी प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकता है।

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​पैराट्रूपर और कार्गो परिवहन​

C295 विमान कार्गों परिवहन, पैराट्रूपर्स के सामरिक परिवहन और रसद पहुंचाने के काम करता है। यह उन स्थानों पर भी सामान पहुंचा सकता है, जहां मौजूदा भारी विमानों की मदद से नहीं जा सकते हैं।

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​आपदा स्थिति में इस्तेमाल​

इस विमान का उपयोग विशेष अभियानों के साथ ही आपदा की स्थिति में भी किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल किसी हादसे में पीड़ितों और बीमार लोगों को निकालने में भी किया जा सकता है। इसके साथ ही यह विमान समुद्री तटीय क्षेत्रों में गश्ती के कार्यों को भी कर सकता है।

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​56 विमानों की डील​

भारत सरकार ने स्पेन के साथ 56 विमानों की डील की थी। जिनमें 16 विमान स्पेन से दिए जाएंगे और 40 विमान का निर्माण भारत में होगा। एयरबस कंपनी समझौते के तहत पहला C295 विमान सितंबर 2023 में भारत को सौंपा गया था। भारतीय वायु सेना पुराने एवरो-748 विमानों के बेड़े को बदलने के लिए इस विमान को खरीद रही है।