बेहद खूबसूरत जगह है ये, दो देशों की दुश्मनी ने इसे दुनिया के सामने आने ही नहीं दिया
फूलों की घाटी के बारे में आपने खूब सुना होगा। लेकिन आज हम फूलों की घाटी की नहीं, बल्कि ऐसी जगह की बात करेंगे जिसे धरती पर स्वर्ग कहा जाता है। कश्मीर नहीं बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक जगह है नीलम घाटी। संभवत: यह दुनिया की सबसे खूबसूरत जगह है। यहां हम आपके लिए नीलम घाटी की तस्वीरें लेकर आए हैं, जिन्हें देखकर आप भी कहेंगे... काश इस हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा नहीं होता... काश भारत पाकिस्तान से किसी तरह इस हिस्से को हथिया ले। दो देशों की आपसी दुश्मनी में इस नीलम घाटी की खूबसूरती दुनिया के सामने ठीक से आ ही नहीं पायी
200 किमी लंबी घाटी
नीलम घाटी PoK में मुजफ्फराबाद के उत्तर और उत्तर-पूर्व में है। समुद्र तल से 4000 मीटर की ऊंचाई पर बसी नीलम घाटी की खूबसूरती मन मोह लेती है। यहां का सुहावना मौसम ट्रैकिंग के लिए शानदार है। LOC के करीब होने के कारण यहां विदेशी विशेषतौर पर भारतीय पर्यटकों को नहीं जाने दिया जाता है।
कुंदल शाही
यह जगह मुजफ्फराबाद से करीब 74 किमी दूर है। यहीं पर जागरण नाला आकर नीलम नदी से मिलता है। इस जगह को ट्रॉट मछली पकड़ने के लिए तैयार किया गया है।
सलखाला
कुंदल शाही से करीब 3 किमी की दूरी पर सलखाला है। यहां पर ट्रॉट मछलियों को पाला जाता है। यहां पर पर्यटकों के ठहरने के लिए व्यवस्था है।
दोवारियां
नीलम से करीब 13 किमी दूर 1615 मीटर की ऊंचाई पर दोवारियां है। यह क्षेत्र शंकुधारी पेड़ों से सदा हरा-भरा रहता है। पश्चिम की तरफ करीब 30 किमी का खच्चर ट्रैक रत्तीगली पास को नीलम और खागन वैली से जोड़ता है।
शारदा
1981 मीटर की ऊंचाई पर यह हरा-भरा क्षेत्र बेहद मनमोहक है और दोवारियां से सिर्फ 30 किमी दूर है। शारदी और नारदी नाम के दो पर्वत इस घाटी की सुंदरता को कई गुना बढ़ा देते हैं।
शारदा से नुरिनार पास तक
यहां पर कई झरने और हरे-भरे पेड़ों से ढके पहाड़ी ढलान बहुत ही खूबसूरत हैं। शारदा के पूर्व में नीलम नदी में सुरगन नाला आकर मिलता है और यहां से निकलने वाला ट्रैक नुरिनार पास तक जाता है।
आरंग केल
केल के पास 8379 फीट की ऊंचाी पर बसा यह गांव एक पर्यटन स्थल भी है। इस गांव तक आने के लिए केल से किमी का ट्रैक है।
आरंग केल
आरंग केल इस नीलम घाटी के सबसे खूबसूरत गांवों में से है। यहां दूर-दूर तक हरियाली और घास के मौदान पहाड़ों पर घने पेड़ों के करीब जाकर खत्म होते हैं।
हलमत
केल से करीब 49 किमी दूर यह बॉर्डर इलाके का गांव है। यहां बहुत ही खूबसूरत हलमत के अलावा जनवाई और सरदारी की खूबसूरती भी मन मोह लेती है।
ताओबाट
यह नीलम घाटी का सबसे दूरस्त इलाका है और मुजफ्फराबाद से करीब 200 किमी और केल से 39 किमी दूर है।
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