असम में बाढ़ से हाहाकार, जानवरों पर भी बरसी आफत, हिरन से लेकर कई गैंडे डूबे, देखें PHOTOS

असम में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। इसका असर आम लोगों के साथ ही जानवरों पर भी पड़ा है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में शुक्रवार तक कुल 77 जंगली जानवरों की डूबने या उपचार के दौरान मौत हो गई जबकि 94 अन्य जानवरों को बचा लिया गया।

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​तीन गैंडे, 62 हॉग डियर मारे गए​

अधिकारी ने बताया कि गुरुवार तक 31 जानवरों की मौत हुई थी। बाकी मौतें बाद में हुईं। उन्होंने बताया कि बाढ़ से जान गंवाने वाले जानवरों में तीन गैंडे, 62 हॉग डियर और एक ऊदबिलाव शामिल है। (सभी तस्वीरें PTI)

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हॉग डियर एक दुर्लभ प्रजाति

हॉग डियर, हिरण की एक दुर्लभ प्रजाति है। वहीं 11 जानवरों की उपचार के दौरान मौत हो गई। वन अधिकारियों ने 85 हॉग डियर, दो साम्भर, दो स्कॉप्स उल्लू और गैंडे के एक बच्चे, एक भारतीय खरगोश, एक ऊदबिलाव, एक हाथी और एक जंगली बिल्ली को बचाया।

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​जानवरों का इलाज जारी​

अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में 33 जानवर चिकित्सा की जा रही है जबकि 50 अन्य जानवरों को उपचार के बाद छोड़ दिया गया।

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वन कर्मचारी शिविरों में तैनात

सुरक्षा कर्मियों सहित वन विभाग के कर्मचारी वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गश्त लगाने के लिए राष्ट्रीय उद्यान के अंदर शिविरों में रह रहे हैं।

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वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित

इस बीच, राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 715 पर वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

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​22 लाख लोग प्रभावित​

असम में शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई तथा राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। असम में लगभग 22 लाख लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हैं।

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डिब्रूगढ़ पानी में जलमग्न

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने डिब्रूगढ़ शहर की स्थिति की समीक्षा की। यह जिला पिछले आठ दिनों से जलमग्न है और यहां बिजली व्यवस्था भी ठप पड़ी है। उन्होंने डिब्रूगढ़ के कुछ इलाकों का पैदल दौरा किया और लोगों से बातचीत की।