अवध की एक मनहूस इमारत! जानें अधूरी हसरत की खूबसूरत इमारत का अधूरा इतिहास

लखनऊ अपने सुंदर इमारतों के लिए जाना जाता है। उन्हीं इमारतों में से एक है सतखंडा, जो आज भी अपने अधूरे इतिहास की गवाही देता है। खूबसूरती लिए मशहूर इस इमारत का निर्माण आखिर क्यों अधूरा रह गया ? आइए जानते हैं।

ऐतिहासिक इमारत
01 / 05

​ऐतिहासिक इमारत

लखनऊ का सतखंडा एक ऐतिहासिक इमारत है, जो अपने अनोखे वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इस इमारत का निर्माण अवध के तीसरे बादशाह मोहम्मत अली शाह बहादुर ने करवाया था।

7 मंजिलों वाला सतखंडा
02 / 05

7 मंजिलों वाला सतखंडा

सतखंडा यानी सात मंजिलों वाला। माना जाता है कि बादशाह मोहम्मत अली इस इमारत को सात मंजिलों का बनवाना चाहते थे। लेकिन, उनकी यह ख्वाहिश अधूरी रही गई।​

मोहब्बत का नमूना
03 / 05

मोहब्बत का नमूना

बादशाह इस इमारत की सात मंजिले से अपनी बेगम के साथ चांद का दीदार करना चाहते थे। इसलिए इसे बादशाह के मोहब्बत नमूना भी माना जाता है। अपने अधूरे अस्तित्व और कहानी के कारण लोग इसे मनहूस इमारत भी कहते है।​

अधूरी इमारत
04 / 05

अधूरी इमारत

सतखंडा के चार मंजिलों के निर्माण के बाद बादशाह इसे देखने गए। जहां सीढ़ियों से पैर फिसलने से उन्हें चोट लग गई। चोट लगने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ती गई और कुछ समय बाद उनकी मौत हो गई।

खूबसूरत इमारत
05 / 05

खूबसूरत इमारत

अवध के सुंदर और ऐतिहासिक इमारतों में सतखंडा एक अधूरी इमारत है, जो आज भी अपने अधूरे इतिहास को समेटे हुए है। बादशाह के अधूरी ख्वाहिश के साथ ही सतखंडा का निर्माण भी अधूरा रह गया।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited