राम मंदिर में पुजारियों का बदल गया 'ड्रेस कोड', मोबाइल पर प्रतिबंध...लागू हो गए नए नियम

अयोध्या के राम मंदिर में भक्तों का तातां लगातार लगा हुआ है। यहां हर रोज बड़ी संख्या में लोग प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। राम मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं। इस बीच 1 जुलाई से राम मंदिर में नए नियम लागू किए गए हैं। इसके तहत गर्भगृह में पूजा कराने वाले पुजारियों के ड्रेस कोड में बड़ा बदलाव हुआ है। कई अन्य नियमों को भी बदला गया है।

पुजारी पहले पहनते थे ये ड्रेस
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​पुजारी पहले पहनते थे ये ड्रेस​

रामलला के गर्भगृह में मौजूद पुजारी पहले भगवा पगड़ी, भगवा कुर्ता और धोती पहनते थे। हालांकि, अब उनके ड्रेस कोड को बदल दिया गया है। यह व्यवस्था 1 जुलाई से लागू हुई है।

अब पुजारियों का ये होगा ड्रेस कोड
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​अब पुजारियों का ये होगा ड्रेस कोड​

राम मंदिर के पुजारियों की पोशाक में बदलाव किया गया है। अबतक गर्भगृह में भगवा रंग के कपड़े पहने नजर आने वाले पुजारी अब पीले रंग की (पीतांबरी) धोती के साथ उसी रंग का कुर्ता और पगड़ी पहन रहे हैं।

सूती कपड़े से बनी है पगड़ी
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​सूती कपड़े से बनी है पगड़ी ​

मंदिर के अधिकारियों के अनुसार नया ड्रेस कोड एक जुलाई से प्रभावी हो गया है। नए ड्रेस कोड में पगड़ी पीले रंग के सूती कपड़े से बनी है, इसे सिर पर बांधा जाएगा और नए पुजारियों को पगड़ी बांधने का प्रशिक्षण दिया गया है।

चौबंदी कुर्ते में नहीं होगा कोई बटन
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​चौबंदी कुर्ते में नहीं होगा कोई बटन​

राम मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि पुजारियों के चौबंदी कुर्ते में कोई बटन नहीं होगा और इसे बांधने के लिए एक धागा पिरोया गया है। पीले रंग की धोती, सूती कपड़े का एक टुकड़ा है जिसे कमर के चारों ओर बांधा जाएगा जो पूरे पैरों को टखनों तक ढकेगी।

पुजारियों की पांच-पांच घंटे की शिफ्ट
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​पुजारियों की पांच-पांच घंटे की शिफ्ट​

पिछली व्यवस्था में मंदिर में एक मुख्य पुजारी के साथ चार सहायक पुजारी होते थे, अब प्रत्येक सहायक पुजारी के साथ पांच प्रशिक्षु पुजारी होंगे। पुजारियों के प्रत्येक दल पांच घंटे की पालियों में काम करेगा।

सुबह 330 बजे से शुरू होगी रामलला की सेवा
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​सुबह 3:30 बजे से शुरू होगी रामलला की सेवा​

राम मंदिर के नए नियम के मुताबिक, गर्भगृह में रामलला की सेवा सेवा सुबह 3.30 बजे से रात 11 बजे तक होगी। इस दौरान अलग-अलग पालियों में पुजारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।

फोन पर प्रतिबंध
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​फोन पर प्रतिबंध​

1 जुलाई से लागू नए नियमों में पुजारियों को मंदिर में मोबाइल फोन ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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