इस डिश को खाकर हर साल 20 हजार लोग स्वर्ग सिधार जाते हैं, आपने ट्राइ किया क्या?

भोजन या कहें खाना हमारे जीने के लिए बहुत जरूरी है। इंसान के विकास की यात्रा में यात्रा यानी ट्रैवलिंग का भी एक बड़ा योगदान रहा है। जब भी आप कहीं जाते हैं तो वहां के ऑथेंटिक टेस्ट का स्वाद लेना चाहते हैं। यह जरूरी भी है, क्योंकि भोजन हमारी संस्कृति का हिस्सा होता है। किसी जगह के भोजन से वहां की समृद्ध संस्कृति के बारे में अच्छी जानकारी मिल जाती है। लेकिन क्या आप किसी ऐसी जगह गए हैं, जहां की एक डिश बहुत ही मशहूर तो है, लेकिन उसे खाकर हर साल 20 हजार लोग स्वर्ग सिधार जाते हैं? नहीं, तो चलिए आपको उस जगह और डिश के बारे में बताते हैं।

डिश का नाम
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डिश का नाम

जिस डिश की हम बात कर रहे हैं उसका नाम कोइ प्ला (Koi Pla) है। यह उस देश की पारंपरिक डिश है और आसपास के कुछ अन्य देशों में भी इसका चलन है। लेकिन इस डिश को खाकर हर साल 20 हजार लोगों की जान चली जाती है।

कैसे खाते हैं इस डिश को
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कैसे खाते हैं इस डिश को

इस डिश को सलाद के रूप में खाया जाता है। इन देशों के लोगों की यह पारंपरिक डिश है और इसे उसी तरह सलाद के रूप में खाते हैं, जैसे हम और आप खीरा और प्याज खाते हैं।

कहां की डिश है ये
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कहां की डिश है ये

अगर आप लाओस और थाईलैंड की यात्रा पर गए होंगे तो आपको कोइ प्ला (Koi Pla) डिश के बारे में पता होगा। क्योंकि यह लाओस और थाईलैंड के इसान क्षेत्र की पारंपरिक डिश है।

कैसे बनती है कोइ प्ला डिश
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कैसे बनती है कोइ प्ला डिश

कोइ प्ला डिश को मछली के कच्चे मीट से बनाया जाता है। इसमें कुछ मसाले और नींबू मिलाया जाता है। इस डिश को यहां आने वाले कई टूरिस्ट बहुत पसंद करते हैं, लेकिन पैरासाइट्स यानी परजीवियों का भी ये फेवरिट है।

लीवर कैंसर को बुलावा
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लीवर कैंसर को बुलावा

मछली के कच्चे मीट से बनने वाली इस डिश में ढेरों परजीवी पनप जाते हैं, जो घातक लीवर कैंसर का कारण बनते हैं। यह डिश तीखी और टेस्टी होने के साथ ही जल्दी बनकर तैयार हो जाती है।

सबसे ज्यादा कैंसर के मामले
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सबसे ज्यादा कैंसर के मामले

इस क्षेत्र में पर्यटक बड़ी कम मात्रा में आते हैं, लेकिन यह क्षेत्र दुनिया में कोलेंजियोकार्सिनोमा यानी बाइल डक्ट कैंसर के मामले में सबसे आगे है। इसके लिए फ्लैटवर्म नाम का एक परजीवी जिम्मेदार है, जो ताजा पानी की मछलियों में पाया जाता है। इसके कारण हर साल 20 हजार लोगों की मौत हो जाती है।

WHO क्या कहता है
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WHO क्या कहता है

WHO के अनुसार एक बार यह परजीवी किसी व्यक्ति के शरीर में चला जाता है तो फिर वर्षों तक उसके बाइल डक्ट में मौजूद रहता है, जिससे सूजन होती है और घातक बीमारी हो जाती है। इस बारे में जानने के बाद यहां के कुछ लोग मिक्सचर को फ्राई करने लगे हैं, ताकि परजीवी मर जाए।

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