कौन थी पहले मुगल बादशाह की बेटी? जिसने बचाई अपने भाई की इज्जत

Daughter of first Mughal Emperor: क्या आप जानते हैं कि इतिहास के पहले मुगल बादशाह बाबर की बेटी कौन थीं। जिन्होंने अपने पिता के जीवन और मुगल दरबार के बारे में एक पुस्तक लिखी। उनकी कहानियां मुगल इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। आपको बताते हैं उस रानी से जुड़ी रोचक कहानी।

पहले मुगल शासक की बेटी
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पहले मुगल शासक की बेटी

मुगल इतिहास में पहले बादशाह बाबर की बेटी गुलबदन बेगम का जीवन मुगल इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वह एक शक्तिशाली और शिक्षित महिला थीं, जिन्होंने अपने समय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गुलबदन का जन्म और परिवार
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गुलबदन का जन्म और परिवार

शक्तिशाली रानी के रूप में जानी जाने वाली गुलबदन बेगम का जन्म 1523 में हुआ था। वह मुगल बादशाह बाबर की सबसे बड़ी बेटी थीं। उनकी मां का नाम दिलरोस बानू बेगम था। उनके भाई हुमायूं और कमरान मिर्जा थे।

गुलबदन की शिक्षा और संस्कृति
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गुलबदन की शिक्षा और संस्कृति

बाबर की बेटी गुलबदन बेगम को अच्छी शिक्षा मिली थी। वह फारसी, अरबी और तुर्की भाषाओं में निपुण थीं। वह एक अच्छी लेखिका और इतिहासकार थीं।

इस रानी का विवाह और परिवार
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इस रानी का विवाह और परिवार

गुलबदन बेगम का विवाह ख्वाजा मुहम्मद शारफुद्दीन से हुआ था। उनके दो बेटे और एक बेटी थी। गुलबदन बेगम मुगल दरबार में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थीं।

बाबर के बेटी ने लिखा इतिहास
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बाबर के बेटी ने लिखा इतिहास

गुलबदन बेगम ने अपने भाई हुमायूं के जीवन और मुगल दरबार के बारे में एक पुस्तक लिखी, जिसका नाम "हुमायूं-नामा" है। यह पुस्तक मुगल इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

गुलबदन बेगम की मृत्यु
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गुलबदन बेगम की मृत्यु

हुमायूं की बहन गुलबदन बेगम की मृत्यु 1603 में हुई थी। वह दिल्ली में दफन हैं। हुमायूं को इतिहास का सबसे डरपोक राजा माना जाता है, लेकिन उनकी बहन ने कई बार अपने भाई को मुसीबतों से ना सिर्फ निकाला, बल्कि हुमायूं-नामा में उनके कार्यकाल और संघर्षों का भी जिक्र किया।

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