एक प्रधानमंत्री ऐसे भी... पीएम पद गया तो साइकिल उठाकर घर चले गए

भारत में एक शख्स प्रधान भी बन जाए तो अगले साल XUV पर दिखने लगता है। विधायक और सांसद की बात ही भूल जाइए। बीएमडब्ल्यू, रोल्स रॉयस, मर्सिडीज से नीचे तो नेता जी दिखते ही नहीं हैं। काफिले में कम से कम 10-20 गाड़ियां तो आम है। सुरक्षा तो पुछिए मत। हालांकि इनमें से कुछ अपवाद के तौर पर भी जरूर है। लेकिन दुनिया में एक ऐसे नेता हैं जो आज भी साइकिल से चलना पसंद करते हैं। नीदरलैंड के पीएम रहे मार्क रूटे जब सत्ता से बाहर हुए तो आराम से साइकिल उठाकर घर की ओर निकल गए।

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14 साल तक पीएम रहे मार्क रूटे

14 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद, नीदरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री मार्क रूटे ने पद छोड़ दिया और अपने उत्तराधिकारी डिक स्कोफ्रॉम को सत्ता सौंप दी। इसके बाद कारों के सामान्य लंबे काफिले के बजाय साइकिल पर सवार होकर चले गए।

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वीडियो में दिख रहे आम

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में, मार्क रूटे साइकिल चलाते हुए कार्यालय से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि उनके स्टाफ के सदस्य हाथ हिलाकर उनका उत्साहवर्धन कर रहे हैं।

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नाटो के महासचिव

इस बीच, मार्क रूटे नाटो के महासचिव का पदभार संभालने वाले हैं, जो यूरोप और उत्तरी अमेरिका के सदस्य देशों की सुरक्षा करने वाला एक महत्वपूर्ण गठबंधन है।

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मार्क रूटे के नाम कई उपलब्धियां

पिछले साल मार्क रूटे दुनिया के पहले ऐसे नेता बने जिन्होंने सेल्फ-ड्राइविंग कार चलाई थी। अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान डच प्रधानमंत्री और उनकी टीम ने इसका परीक्षण किया था।

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लंबे समय तक रहे पीएम

2010 में सत्ता में आए रूटे नीदरलैंड के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं। पिछले साल उन्होंने घोषणा की थी कि वे पांचवीं बार प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।

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साइकिल के लिए दिखते रहा है प्रेम

यह पहली बार नहीं है कि रूटे ने साइकिल की सवारी की है। वह बैठकों के लिए साइकिल चलाने और राजनीति के प्रति अपने समर्पण के लिए जाने जाते हैं।

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मार्क रूटे का राजनीतिक कैरियर

रूटे ने 2002 में जन पीटर बाल्केनेंडे के मंत्रिमंडल के सदस्य के रूप में राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया। रूटे ने 2006 में वीवीडी नेतृत्व चुनाव जीता और 2010 के आम चुनाव में पार्टी को जीत दिलाई। गठबंधन की लंबी बातचीत के बाद, वे नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बने। वे 92 वर्षों में प्रधानमंत्री नियुक्त होने वाले पहले उदारवादी थे।