कहीं आग तो कहीं बाढ़ का कहर, अभी और बिगड़ेगा मौसम; हर 4 में से 3 लोग होंगे प्रभावित

Extreme Weather: दुनियाभर का मौसम लगातार बिगड़ता जा रहा है और हर साल नए रिकॉर्ड बनते और ध्वस्त होते हैं, लेकिन इस बार मौसम को लेकर डराने वाली भविष्यवाणी की गई है। एक अध्ययन में बताया गया है कि अगले दो दशक में मौसम और बिगड़ने वाला है और चरम मौसमी घटनाएं दर्ज की जाएंगी। इससे सीधेतौर पर चार में से तीन इंसान प्रभावित होंगे। वैसे भी पिछले कुछ वक्त से दुनियाभर में मौसमी संबंधी घटनाओं की वजह से कई देशों के जंगल धू-धूकर जल रहे हैं तो कुछ देश बाढ़ की चपेट में हैं।

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कहर बनकर टूटेगा मौसम

एक हालिया रिसर्च में अगले दो दशक में चरम मौसम संबंधी घटनाओं को लेकर भविष्यवाणी की गई। इस भविष्यवाणी के मुताबिक, अगले दो दशकों में मौसम कहर बनकर टूटेगा और 70 फीसद लोग इससे प्रभावित होंगे।

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क्या कहते हैं वैज्ञानिक?

नॉर्वे के सेंटर फॉर इंटरनेशनल क्लाइमेट रिसर्च में फिजिसिस्ट ब्योर्न सैमसेट के मुताबिक, बेस्ट केस में मौसम संबंधी तीव्र बदलावों में 1.5 अरब लोग प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, बेस्ट केस सिनोरियो की संभावना न के बराबर है, क्योंकि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन लगातार हो रहा है।

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प्रकृति का दिखेगा रौद्र रूप

बकौल रिपोर्ट, जलवायु वैज्ञानिकों का मॉडल बताता है कि अगर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में नाटकीय कमी नहीं आई तो मौसम में आने वाले खतरनाक बदलावों से 70 फीसद मानव आबादी प्रभावित होगी। जिसका मतलब है कि हर चार में तीन लोग चरम मौसमी घटनाओं को महसूस करेंगे।

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पहले से तय हैं चरम मौसमी घटनाएं

वैज्ञानिकों के मॉडल के मुताबिक, मौसम संबंधी जो कुछ भी बदलाव होने वाले हैं वह पहले से ही तय हैं। उदाहरण के लिए उत्तरी गोलार्ध सबसे गर्म मौसम का अनुभव कर रहा तो दक्षिणी गोलार्ध में ठंड के तमाम रिकॉर्ड टूट रहे हैं। ग्लोबल तापमान में बढ़ोतरी से आग, बाढ़, तूफान, सूखा इत्यादि समस्याएं उत्पन्न हुई हैं।

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अलर्ट रहें आप

बकौल रिपोर्ट, इंसानों को ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि रिसर्च मॉडल से पता चलता है कि आगे चरम मौसमी बदलाव कहीं ज्यादा तेजी से होंगे। ऐसे में यह संभावना बढ़ जाती है कि तापमान, बारिश इत्यादि में खतरनाक बदलाव एक के बाद एक या फिर एकसाथ हो।