वाराणसी के 75 गांवों से गुजरेगा Ganga Expressway, खुल जाएगी इन गांवों की किस्मत
उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस वे तेजी से बन रहा है और लगातार इसे लेकर अपडेट मिल रहे हैं। ताजा अपडेट है कि मेरठ से प्रयागराज के बीच निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे का दूसरे चरण का विस्तार हो रहा है। इसका विस्तार वाराणसी और गाजीपुर होते हुए बलिया तक होगा। यह करीब 350 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने दूसरे चरण का सर्वे पूरा कर लिया है। इसे लेकर बनारस के पिंडरा और सदर तहसीलों के 75 गांवों का चिह्नांकन भी हो चुका है।
मेरठ से प्रयागराज तक काम तेजी पर
गंगा के करीब 10 किमी परिक्षेत्र में मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से चल रहा है। फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उसका लोकार्पण कराने की तैयारी है।
दूसरे चरण के लिए सर्वे शुरू
इसके साथ ही अब दूसरे चरण के लिए भी सर्वे शुरू हो गया है। इससे प्रभावित होने वाले राजस्व गांवों का चिह्नांकन पूरा हो चुका है। अब सरकार ने भूमि अधिग्रहण का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
कहां-कहां से गुजरेगा
गंगा एक्सप्रेस-वे प्रयागराज से मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर होते हुए भदोही तक जाएगा। साल 2021 में इसे प्रयागराज से मिर्जापुर होते हुए वाराणसी रिंग रोड तक प्रस्तावित किया गया था। एक्सप्रेस-वे गंगा के बाएं 10 किमी के रेंज से गुजरेगा। यानी अब गंगा पर कोई पुल नहीं बनेगा और बलिया तक यह एक्सप्रेस वे वरुणा, गोमती आदि नदियों के ऊपर से गुजरेगा।
गाजीपुर में सबसे अधिक जमीन ली जाएगी
गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए सबसे अधिक जमीन अधिग्रहण गाजीपुर में होगा। गाजीपुर की सैदपुर व मुहम्मदाबाद तहसील के 64-64, सदर के 55 और जखनिया तहसील का कटकापुर गांव शामिल है।
वाराणसी में 75 गांवों से गुजरेगा
वहीं, वाराणसी में सदर तहसील के 53 और पिंडरा के 22 गांवों से एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। यानी बनारस कुल 75 गांवों से यह गुजरेगा। एक्सप्रेस वे बनने के बाद न सिर्फ लोगों को आवाजाही भी भारी सहूलियत होगी, यहां के आर्थिक विकास को भी पंख लगेंगे।
इन गांवों को होगा फायदा
इसके लिए पिंडरा तहसील परानापुर, आराजी चंद्रावती, रैपुरा, गुरवट, कनकपुर तिवारीपुर, रामदत्तपुर, करोमा, गहरवारपुर, दुनियापुर, भटौली, सुरवां, गोकुलपुर, पच्छिमपुर, पूरबपुर, खानपट्टी, पयागपुर, पलिया शम्भूपुर, पुवारी खुर्द, हरदासपुर, नोनौटी, लुच्चेपुर, सराय काजी, गड़वा, पट्टी जमन पयागपुर, पांडेयपुर व रामपुर. सदर तहसील पांडेयपुर, रजवारी, रखौना खजुरी, कल्लीपुर, नागेपुर, बेनीपुर, मेहदीगंज, हरसोस, दिनदासपुर, परमन्दापुर, सरौनी, राखी, कुरसातो, रामकिशुनपुर, भटौली, सिहोरवा, तलुवा, काशीपुर, पृथ्वीपुर, खेवली, भतसार, मरूई, आयर, सरईयां, सुलेमापुर, भटपुरवा कला, भैटौली, कोहासी, गोसाईपुर मोहांव, रौनाकलां, रौनाखुर्द, टेकारी, हड़ियाडीह, बर्थरा खुर्द, अजांव, हरवंशपुर, गरथौली, कौवापुर, बहरामपुर, बिरनाथीपुर, ऊगापुर, धौरहरा, कुरेसिया, भगवानपुर खुर्द, सरैया, डेंगरूपुर, धौरहरा व रसूलपुर को चिह्नित किया गया है।
कब तक बनेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज वे को 31 दिसंबर, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, बाकी निर्माण कार्यों को नवंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
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