नारायण साकार हरि भोले बाबा के आश्रम के 'चमत्कारी हैंडपंप' की गजब कहानी?

Hathras Stampede: नारायण साकार हरि धाम यानी भोले बाबा के आश्रम के भक्तों की उन पर अटूट आस्था है, बाबा का कासगंज जिले की तहसील पटियाली के गांव बहादुर नगर में भव्य आश्रम और यहां लगे दर्जनों हैंडपंप हैं इनके पानी की अजब की कहानी है।

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​हैंडपंप श्रद्धालुओं के लिए एक 'चमत्कार' से कम नहीं

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के गांव फुलरई में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हुए हादसे में 121 भक्तों की मौत हो गई है जिसके बाद से बाबा फरार है वहीं कासगंज जिले की तहसील पटियाली का गांव बहादुर नगर में भोले बाबा का आश्रम है जहां पर दर्जनों हैंडपंप लगे हैं, बताते हैं कि यहां का पानी नारायण साकार हरि के लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक 'चमत्कार' से कम नहीं है,वो हैंडपंप का पानी प्रसाद के रूप में लेकर जाते हैं वहीं मनोकामना पूरी होने पर वो भक्त दूसरा हैंडपंप लगवाता है ये सिलसिला चलता रहता है।

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​भक्तों की विशेष आस्था जुड़ी है​

भोले बाबा के सत्संग में लाखों की संख्याओं में भक्तों की भीड़ उमड़ती है, आश्रम से जुड़ी कई मान्यतायें हैं

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​यहां लगे दर्जनों हैंडपंप हैं​

भोले बाबा का मुख्य आश्रम उनकी जन्म स्थली कासगंज जिले की पटियाली तहसील के गांव बहादुर नगर में बना हुआ है, यहां लगे दर्जनों हैंडपंप लगे हैं

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​लोग इस जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं​

कासगंज स्थित भोले धाम में आने वाले सभी श्रद्धालु इस जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं और अपने साथ ले जाते हैं

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​खुशी-खुशी यहां दूसरा हैंडपंप लगवाते हैं​

दावा किया जाता है कि बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के इस हैंड पंप से पानी पीने से कष्ट दूर होते हैं, जिनके दुख-दर्द दूर हो जाते हैं वे खुशी-खुशी यहां दूसरा हैंडपंप लगवा देते हैं

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​आश्रम में रात्रि में ठहरने का कोई व्यवस्था नहीं है​

नारायण साकार हरि धाम पर किसी प्रकार का धन, दौलत, चंदा, चढ़ावा नहीं लिया जाता है, यहां रात्रि में ठहरने का कोई व्यवस्था नहीं है,यहां आस-पास की दुकानों से कोई भी सामान खरीदने की मनाही है।

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'नारायण साकार हरि की सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में सदा सदा के लिए जय-जय कार हो'

'हर मंगलवार को भक्तों की सख्या काफी अधिक होती है भक्त भोले बाबा के सम्मान में 'नारायण साकार हरि की सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में सदा सदा के लिए जय-जय कार हो' नारे लगाए जाते हैं