कितना बड़ा है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन, जो धरती से 400 KM ऊपर रहकर अंतरिक्ष पर रखता है नजर

आज की तारीख में अंतरिक्ष से आने वाले हर खतरे से हमें बचाने की जिम्मेदारी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर है। अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन धरती से 250 मील ऊपर यानि कि 400 किमी रहकर अंतरिक्ष पर नजर रखता है और वहां मौजूद वैज्ञानिक अंतरिक्ष का अध्ययन करते हैं।

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क्या है अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) दुनिया का सबसे बड़ा अंतरिक्ष स्टेशन है, जहां अंतरिक्ष यात्री रहकर रिसर्च करते हैं। इसे अंतरिक्ष में स्थापित करने में कई साल लगे थे। कई स्पेस मिशन को इसे बनाने के लिए लॉन्च किया गया था।

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पांच अंतरिक्ष एजेंसियों का काम

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को बनाने में 10 साल और 30 से ज़्यादा मिशन लगे। यह 15 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाली पांच अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच अभूतपूर्व वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग सहयोग का नतीजा है।

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कौन-कौन सी अंतरिक्ष एजेंसियां

इसे बनाने में NASA (संयुक्त राज्य अमेरिका), रोस्कोस्मोस (रूस), JAXA (जापान), ESA (यूरोप), और CSA (कनाडा)। ISS अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष स्टेशन है।

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कितना बड़ा है स्पेस स्टेशन

अंतरिक्ष स्टेशन लगभग एक फुटबॉल मैदान के आकार का है: 460 टन का, स्थायी रूप से चालक दल वाला प्लेटफ़ॉर्म जो पृथ्वी से 250 मील ऊपर परिक्रमा करता है।

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छह महीने तक रहते हैं अंतरिक्ष यात्री

20 अलग-अलग देशों के 200 से ज़्यादा अंतरिक्ष यात्री आई.एस.एस. का दौरा कर चुके हैं। अंतरिक्ष यात्री आमतौर पर आई.एस.एस. पर लगभग छह महीने तक रहते हैं।

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1998 में पहला मिशन

पहला ISS मॉड्यूल 1998 में लॉन्च किया गया था। प्रमुख मॉड्यूल प्रोटॉन और सोयुज रॉकेट और स्पेस शटल लॉन्च सिस्टम द्वारा लॉन्च किए गए हैं। लगातार स्पेस मिशन को अंजाम देने के बाद सन् 2000 में स्पेस स्टेशन पूरी तरह से तैयार हुआ।

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23 साल से कर रहा लगातार काम

तब से स्टेशन लगातार काम कर रहा है। पिछले 23 साल से यहां अंतरिक्ष यात्री रह रहे हैं। यह 2030 के अंत तक सेवा में रहेगा, जिसके बाद इसे डी-ऑर्बिट किया जाएगा।