आखिर कैसे पुतिन के लिए खतरे की घंटी है ब्रिटेन का पहला मिलिट्री जासूसी सैटेलाइट, पूरी दुनिया पर होगी नजर
ब्रिटेन ने अपना पहला मिलिट्री जासूसी सैटेलाइट लॉन्च किया है। रूस यूक्रेन युद्ध और इजराइल हमास के बीच जारी जंग के बीच ब्रिटेन के इस सैटेलाइट का लॉन्च होना बहुत बड़ी बात है। इस सैटेलाइट को रूस के लिए बड़ा खतरा बताया जा रहा है। ब्रिटेन का यह जासूसी सैटेलाइट पूरी दूनिया पर नजर रखेगा।
ब्रिटेन का पहला मिलिट्री जासूसी उपग्रह
सैन्य अभियानों में सहायता के लिए यू.के. का एक उपग्रह को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया है। यह उपग्रह यू.के. की खुफिया, निगरानी और टोही (आई.एस.आर.) क्षमताओं को मजबूत करेगा।
रूस के लिए कितना खतरा
टाइचे नामक यह उपग्रह यू.के. स्पेस कमांड का पहला उपग्रह है जो पृथ्वी की सतह की दिन के समय की तस्वीरें और वीडियो कैप्चर कर सकता है। ब्रिटेन खुले रूप से यूक्रेन के साथ रहा है, ऐसे में वो अगर रूस के सैन्य क्षेत्र पर नजर रखता है और उसकी जासूसी करता है तो पुतिन के लिए बड़ा खतरा होगा।
आगे और लॉन्च होंगे सैटेलाइट
जैसा कि यूक्रेन में संघर्ष ने दिखाया है, सैन्य अभियानों के लिए अंतरिक्ष का उपयोग महत्वपूर्ण है। टाइचे रक्षा मंत्रालय के अंतरिक्ष-आधारित ISR कार्यक्रम के तहत लॉन्च किया जाने वाला पहला उपग्रह है, जो 2031 तक उपग्रहों और सहायक ग्राउंड सिस्टम का एक समूह प्रदान करेगा।
क्या है सैटेलाइट की खासियत
ये उपग्रह न केवल सैन्य अभियानों में सहायता करेगा, बल्कि प्राकृतिक आपदा निगरानी, मानचित्रण सूचना का विकास, पर्यावरण निगरानी और दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर नज़र रखने सहित अन्य सरकारी कार्यों में भी योगदान देगा।
किसने बनाया है ये जासूसी उपग्रह
रक्षा उपकरण एवं सहायता द्वारा सर्रे सैटेलाइट्स टेक्नोलॉजी लिमिटेड (एसएसटीएल) को दिए गए 22 मिलियन पाउंड के अनुबंध के माध्यम से यूके में डिजाइन और निर्मित, टाइचे पहला ऐसा उपग्रह है जो पूर्ण रूप से रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व में है।
कहां से रखेगा दुनिया पर नजर
टाइचे लगभग 500 किमी की ऊंचाई पर दुनिया का चक्कर लगाएगा, जहां इसके कम से कम पांच साल तक काम करने की उम्मीद है। ब्रिटेन की सेना लंबे समय से अंतरिक्ष से निगरानी और टोही फोटोज तक पहुंच प्राप्त करने के लिए बड़े पैमाने पर सहयोगियों, विशेष रूप से अमेरिका पर निर्भर रही है।
दुश्मन देशों के लिए खतरा
टाइचे यू.के. सशस्त्र बलों की सहायता के लिए समय पर अंतरिक्ष आधारित तस्वीरें उपलब्ध कराएगा। यह सैटेलाइट 150 किलोग्राम का है जो धरती पर मौजूद किसी भी सैन्य वस्तु की फोटोज लेने में सक्षम है।
IPL 2025 में ऐसी होगी कोलकाता नाइट राइडर्स की बेस्ट प्लेइंग 11
ये है दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्ट्री, बनते हैं वंदे भारत समेत 170 प्रकार के डिब्बे
IPL 2025 की नीलामी में हो सकती है इस बांग्लादेशी प्लेयर की चांदी
IPL 2025 ऑक्शन में रविचंद्रन अश्विन को खरीद सकती हैं ये 5 टीमें
Stars Spotted Today: दुबई में मॉल में घूमते नजर आए सलमान खान,हिमेश रेशमिया ने नम आंखों से दी पिता को विदाई
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited