भारत में कुल कितने एक्सप्रेसवे, यूपी में सबसे ज्यादा तो बिहार में एक भी नहीं; बाकी राज्यों का क्या है हाल
भारत में इस समय एक्सप्रेसवे पर लगातार काम हो रहा है। दर्जनों एक्सप्रेसवे के लिए काम जारी है, वहीं कई एक्स्प्रेसवे चालू भी हो चुके हैं। एक्सप्रेसवे भारत में सड़कों की सबसे उच्च श्रेणी है। जुलाई 2023 में, भारत में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 5,930 किमी (3,680 मील) थी, जिसमें से 11,127.69 किमी (6,914.43 मील) निर्माणाधीन है।
कितने एक्सप्रेसवे चालू (How Many Expressways In India)
भारत में एक्सप्रेसवे को चार श्रेणियों में बांटा गया है, जैसे राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे, राज्य एक्सप्रेसवे, निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे और प्रस्तावित एक्सप्रेसवे। भारत में 11 राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे हैं, जिनमें से चार चालू हैं और शेष सात निर्माणाधीन चरण में हैं। अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी), दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे चालू हैं।
भारत में कितने स्टेट एक्सप्रेसवे (How Many State Highways)
वर्तमान में भारत में 22 राज्य एक्सप्रेसवे हैं जो कुल 3,116 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। इन एक्सप्रेसवे का निर्माण और प्रबंधन संबंधित राज्य प्राधिकरणों द्वारा किया जाता है। जिसमें से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे राज्यों के नाम शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश में कितने एक्सप्रेसवे (How Many Expressways in UP)
उत्तर प्रदेश में कुल सात एक्सप्रेसवे चालू हैं और 6 एक्सप्रेसवे पर काम जारी है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे भी हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, इलाहाबाद बाइपास एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, बेलघोरिया एक्सप्रेसवे चालू हैं।
उत्तर प्रदेश में किन-किन एक्सप्रेसवे पर काम जारी
उत्तर प्रदेश में जिन 6 एक्सप्रेसवे पर काम जारी है, उनमें लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे के नाम शामिल हैं।
बिहार-झारखंड-बंगाल में कितने एक्सप्रेसवे
आज की तारीख में बिहार और झारखंड में एक भी एक्सप्रेसवे नहीं है। हालांकि कई एक्सप्रेसवे इन दोनों राज्यों में बन रहे हैं, जिसे पूरा होने में अभी समय लगेगा। वहीं पश्चिम बंगाल में दो एक्सप्रेसवे चालू हैं।
क्या है ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे (What Is Greenfield Expressway)
भारत में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को 12 लेन चौड़े एक्सप्रेसवे के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसमें शुरुआती निर्माण 8 लेन का है और सभी प्रकार के वाहनों के लिए अधिकतम गति 120 किमी/घंटा निर्धारित की गई है। भविष्य में 4 लेन के विस्तार के लिए भूमि एक्सप्रेसवे के केंद्र में आरक्षित है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को आबादी वाले क्षेत्रों से बचने और नए क्षेत्रों में विकास लाने और भूमि अधिग्रहण लागत और निर्माण समयसीमा को कम करने के लिए नए संरेखण से गुजरने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
भारतमाला के तहत सड़कों का विकास
भारतमाला सड़क विकास का एक सिस्टम है जिसमें सुरंगें, पुल, एलिवेटेड गलियारे, फ्लाईओवर, ओवरपास, इंटरचेंज, बाईपास, रिंग रोड आदि शामिल हैं, जो कई स्थानों पर सबसे छोटी और अनुकूलित कनेक्टिविटी प्रदान करते हैं, यह भारत सरकार की एक केंद्र प्रायोजित और वित्त पोषित सड़क और राजमार्ग परियोजना है जिसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 83,677 किमी नए राजमार्गों का निर्माण करना है, इसे 2017 में शुरू किया गया था और साथ ही 4 लेन राजमार्गों को 6 लेन ब्राउनफील्ड एक्सप्रेसवे और कुछ राज्य राजमार्गों को एनएच/एनई में परिवर्तित किया गया था। भारतमाला परियोजना के चरण I में 2021-22 तक 5.35 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 34,800 किलोमीटर राजमार्ग (एनएचडीपी के तहत शेष परियोजनाओं सहित) का निर्माण शामिल है।
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