2 राज्य, 2 राजधानी और 8 शहर की किस्मत चमका देगा रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे, होगा पहला कोयला रोड कॉरिडोर
भारत में परिवहन के लिए तो एक्सप्रेसवे का निर्माण हो ही रहा है, लेकिन भारत अब एक्सप्रेसवे के जरिए खनिजों की ढुलाई पर भी फोकस कर रहा है। यही कारण है कि भारत का पहला कोयला रोड कॉरिडोर बनने जा रहा है, जो देश के खनिज भंडारण वाले राज्यों छत्तीसगढ़ और झारखंड को जोड़ेगा। रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे के जरिए देश में कोयले की ढुलाई में आसानी हो जाएगी। रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेस देश के दो राज्यों और दो राजधानियों को जोड़ेगा।
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे कहां-कहां से गुजरेगा
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे, रायपुर-धनबाद आर्थिक गलियारे का हिस्सा है। यह एक निर्माणाधीन, चार लेन वाला एक्सप्रेसवे है। जो मध्य से पूर्वी भारत तक छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों से होकर गुजरेगा। रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से शुरू होकर बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, रांची, बोकारो, धनबाद तक जाएगा। भारत माला के तहत बनने वाला यह कॉरिडोर रायपुर (छत्तीसगढ़) से शुरू होकर रायगंज, धनबाद (झारखंड) में खत्म होगा। यह गुमला, पलमा, रांची रिंग रोड, ओरमांझी, गोला और चास से होकर गुजरेगा।और पढ़ें
देश का पहला कोयला रोड कॉरिडोर
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे देश का पहला कोयला रोड कॉरिडोर होगा। इस क्षेत्र में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए यह परियोजना छत्तीसगढ़ और झारखंड के बीच कोयला भंडार क्षेत्र और रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, रांची, बोकारो और धनबाद के औद्योगिक शहरों से होकर गुजरेगी। ताकि कोयले की ढुलाई में आसानी हो सके।और पढ़ें
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे कितना लंबा
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे दोनों राज्यों की वर्तमान यात्रा समय और दूरी को घटाकार 16 घंटे से केवल 9 घंटे रह जाएगी और 750 किमी (470 मील) से घटकर 707 किमी (439 मील) रह जाएगी। यह भारतमाला परियोजना का एक हिस्सा है, और यह पूर्वी आर्थिक गलियारे (भारत) को जोड़ेगा जो बिहार में पारादीप बंदरगाह से बिहार-नेपाल सीमा तक है।और पढ़ें
ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड एक्सप्रेसवे
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे परियोजना ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड का मिश्रण होगी। रायपुर-बिलासपुर एक्सप्रेसवे के बीच का मौजूदा हिस्सा ब्राउनफील्ड होगा जिसे छह लेन एक्सप्रेसवे में बदल दिया जाएगा, जबकि बिलासपुर से धनबाद के बीच का बाकी हिस्सा पूरी तरह से ग्रीनफील्ड होगा।
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे आदिवासी इलाके के लिए अहम
रायपुर-धनबाद कॉरिडोर झारखंड की ओर से करीब 250 किलोमीटर लंबा होगा और इस पर करीब 6725 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। राज्य की सीमा के दोनों ओर अलग-अलग इलाकों में निर्माण के लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं। रायपुर-धनबाद वाया रांची आर्थिक गलियारा व्यापार और दोनों राज्यों के आदिवासी इलाकों के विकास के लिहाज से बेहद अहम है। और पढ़ें
कब तक बन जाएगा रायपुर रांची एक्सप्रेसवे
झारखंड और छत्तीसगढ़ की राजधानियों को 4-लेन इकनॉमिक कॉरिडोर से जोड़ने के लिए काम तेजी से शुरू हो गया है। झारखंड में रायपुर-धनबाद कॉरिडोर को 8 भागों में बनाया जाना है। कुछ भागों में काम शुरू हो चुका है, जबकि बाकी भागों में डीपीआर की प्रक्रिया चल रही है। बाकी भागों पर इसी वित्तीय वर्ष में काम शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।और पढ़ें
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे में कितने सेक्शन
रायपुर-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे में कुल 8 सेक्शन होंगे। जिसमें रायपुर-बिलासपुर (ब्राउनफील्ड) (6 लेन), बिलासपुर-उरगा (ग्रीनफील्ड) (4 लेन), उरगा - पत्थलगांव (ग्रीनफील्ड) (4 लेन), पत्थलगांव- गुमला (ग्रीनफील्ड) (4 लेन), गुमला- रांची (ग्रीनफील्ड) (4 लेन), रांची-बोकारो (ग्रीनफील्ड) (4 लेन), बोकारो-धनबाद (ग्रीनफील्ड) (4 लेन) शामिल है। और पढ़ें
यूं ही नहीं बन सकतीं नागा साधु, औरतों को झेलने पड़ते हैं कई दर्द, जानकर कांप जाएगी रूह
बुधवार को किन्नरों से दान में मांग ले ये छोटी सी चीज, छप्पर फाड़कर बरसेगा पैसा
शाहीन अफरीदी ने वो कर दिखाया जो कोई भारतीय नहीं कर पाया
तारक मेहता शो की इस अभिनेत्री ने घटा लिया अपना 17 किलो वजन, बदल गया पूरा हुलिया, जानिए कैसे हुआ ये करिश्मा
ये सूखा पत्ता बदल देगा आपकी किस्मत, रंक से राजा बनाने की रखता है ताकत, नौकरी-व्यापार में पलट देगा पासा
पूर्व टेनिस दिग्गज आंद्रे अगासी 13 दिसंबर को मुंबई में करेंगे PWR DUPR India League का करेंगे शुभारंभ
मोहम्मद सिराज और ट्रेविस हेड के बीच हुए विवाद पर रिकी पॉन्टिंग ने रखी अपनी राय
अतुल सुभाष का नाम ले-लेकर रोती रहीं उनकी मां, मीडिया के सामने मूर्छित हुईं, कहा-मेरे बेटे को प्रताड़ित किया गया, Video
प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज होगी सुनवाई
Patna Book Fair: 'पटना पुस्तक मेला' में कार्यक्रमों की भरमार, साहित्य प्रेमियों का लगा जमावड़ा
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited