जबलपुर, दिल्ली और अब राजकोट, आखिर कौन है एयरपोर्ट पर हो रहे हादसों का जिम्मेदार?
हाल के कुछ दिनों में कुछ एयरपोर्ट पर ऐसे हादसे हुए जिसकी कल्पना करना भी थोड़ा मुश्किल है। ऐसा इसलिए कि एयरपोर्ट का निर्माण सबसे उच्च क्वालिटी का माना जाता है, इंटरनेशनल मानकों का आधार बनाकर इसका निर्माण होता है। इस निर्माण के कुछ ही साल के अंदर जब ये गिरने लगे, टूटने लगे तो सवाल उठना लाजिमी है। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर जबलपुर एयरपोर्ट और राजकोट एयरपोर्ट तक पर हादसे हो चुके हैं। एयरपोर्ट का एक हिस्सा गिर चुका है। आरोप प्रत्यारोप चल रहे हैं, राजनीति हो रही है, लेकिन अभी तक ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि इन हादसों का जिम्मेदार कौन है?
कहां से हुई शुरुआत
एयरपोर्ट पर हादसे की शुरुआत जबलपुर एयरपोर्ट से हुई। जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट के नए विस्तारित टर्मिनल पर गुरुवार को छत का एक हिस्सा ढह गया।
जबलपुर एयरपोर्ट हादसा
जबलपुर एयरपोर्ट पर हुई इस घटना में वहां पार्क किए गए सरकारी अधिकारी की कार क्षतिग्रस्त हो गई। इस एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महीने पहले ही किया था।
दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल 1 हादसा
इसके बाद दूसरी घटना शुक्रवार को घटती है, दिल्ली में। जहां दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का एक हिस्सा गिर गया। उसकी छत ढह गई, खंभे गिर गए। जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1(टी-1) की जो छत गिरी उसका निर्माण कार्य 2008-09 में हुआ था और इस कार्य का ठेका जीएमआर ने निजी कंपनी को दिया था।
जब मच गई दिल्ली एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी
हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर शुक्रवार को जब छत का एक हिस्सा गिरा तो उस समय किसी चीज के टूटने जैसी कोई तेज आवाज नहीं हुई। हालांकि कारों पर (छत के हिस्से के साथ) लोहे की शहतीरें गिरने पर लोगों को घटना पता चली और वहां अफरा-तफरी मच गई व लोग मदद के लिए चिल्लाते नजर आए।
और हो गया तीसरा हादसा
दिल्ली एयरपोर्ट हादसे की खबर अभी पुरानी भी नहीं हुई थी कि उसके अगले ही दिन गुजरात के राजकोट हवाई अड्डे पर हादसा हो गया।
राजकोट हवाई अड्डा हादसा
शनिवार को भारी बारिश के बीच गुजरात के राजकोट हवाई अड्डे के बाहर यात्री पिकअप और ड्रॉप क्षेत्र में एक छज्जा गिर गया। शुक्र रहा है कि हादसे के समय वहां कोई नहीं था, इसलिए कोई नुकसान नहीं हुआ।
सरकार ने दिए जांच के आदेश
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश के सभी हवाई अड्डों की संरचनात्मक मजबूती की गहन जांच का आदेश दिया है। अगले 2 से 5 दिन में निरीक्षण पूरे कर मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
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