मिलिए उस IRS अधिकारी से जो महिला से बन गई पुरुष, 11 साल की नौकरी के बाद बदला लिंग; देखें तस्वीरें

वित्त मंत्रालय ने एक ऐतिहासिक फैसले में भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की एक वरिष्ठ महिला अधिकारी के सभी आधिकारिक अभिलेखों में अपना नाम और लिंग बदलने के अनुरोध को मंजूरी दे दी है। यह अनुरोध 2013 बैच की आईआरएस (सीमा शुल्क व अप्रत्यक्ष कर) अधिकारी एम. अनुसूया ने किया था। वह वर्तमान में हैदराबाद में सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क व सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (CESTAT) के मुख्य आयुक्त के कार्यालय में संयुक्त आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं। अनुसूया ने अपना नाम बदलकर एम. अनुकाथिर सूर्या और लिंग बदलकर महिला से पुरुष करने का अनुरोध किया था।

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​​वित्त मंत्रालय ​

देश में एक अनोखा मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि इतिहास में इस तरह का यह पहला मामला है। इसकी सोशल मीडिया पर भी जमकर चर्चा हो रही है। एक IRS अधिकारी जो पहले महिला थी अब एक पुरुष के तौर पर जानी जाएंगी। उन्होंने अपना नाम अुसुइया से बदलकर अनुकाथिर सूर्या कर लिया है। उन्होंने आधिकारिक रिकॉर्ड में अपना नाम और लिंग बदलने के लिए वित्त मंत्रालय को पत्र लिखा और वित्त मंत्रालय ने इसे मंजूरी दे दी।

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​​ एम. अनुसूया​

वित्त मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि मिस एम अनुसूया, IRS जो इस समय CESTAT हैदराबाद में जॉइंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं, उन्होंने अपना नाम एम. अनुसूया से एम अनुकाथिर सूर्या करने और जेंडर फीमेल से मेल करने का आग्रह किया था। इस पर काफी विचार करने के बाद इसको मंजूरी दी जाती है।

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​एम अनुकाथिर सूर्या

एम अनुसूया 2013 बैच की आईआरएस अधिकारी हैं। 11 साल की नौकरी के बाद उन्होंने अपना लिंग बदल लिया है। अनुकाथिर सूर्या उर्फ ​​अनसूइया ने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इसके बाद साल 2023 में नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी भोपाल से साइबर लॉ और साइबर फोरेंसिक में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा भी किया।

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​​चेन्नई​

दिसंबर 2013 में चेन्नई, तमिलनाडु में असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में अपना करियर शुरू किया। बाद में उन्हें 2018 में डिप्टी कमिश्नर के पद पर तैनात किया गया। पिछले साल उनका तबादला तेलंगाना के हैदराबाद में कर दिया गया था। जनवरी 2023 में उन्हें हैदराबाद में संयुक्त आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया। तब से वह इसी पद पर थीं।

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​​केंद्र सरकार ​

केंद्र सरकार के इस फैसले की दूसरे सिविल सेवा के अधिकारी काफी तारीफ कर रहे हैं। एक इंटरव्यू में एक आईआरएस अधिकारी ने कहा कि यह कदम सिविल सेवा में जेंडर आईडेंटिटी की दिशा में बहुत ही जरूरी है। वित्त मंत्रालय ने नाम और जेंडर बदलने की मंजूरी देकर बराबरी का रास्ता खोल दिया है। इस फैसले से और भी दूसरे अधिकारी आने वाले दिनों में अपनी पहचान बदलने की अर्जी दे सकते हैं।