​मुख्तार अंसारी की क्राइम हिस्ट्री, कैसे रखा था अपराध की दुनिया में कदम

अतीक अहमद की सनसनीखेज हत्या और अपराधियों पर पुलिस के शिकंजे के द उत्तर प्रदेश के माफिया चर्चा में हैं। इन्हीं में एक नाम है मुख्तार अंसारी का। मुख्तार अंसारी 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। 16 मामलों की सुनवाई चल रही है। अलग-अलग मामलों में मुख्तार को सजा भी मिली है। इसमें से ही एक मामला है जेल सुपरीटेंडेंट को जान से मारने की धमकी देने का। अब मुख्तार के परिवार भी योगी सरकार ने शिकंजा कसा है। आइए जानते हैं मुख्तार की क्राइम हिस्ट्री।

strongमऊ से बना विधायकstrong
01 / 06

मऊ से बना विधायक

मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश में मऊ सीट से बसपा विधायक रह चुका है। उसके जुर्म की लंबी फेहरिस्त है। फिलहाल वह उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद है। अंसारी गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद थाने में हिस्ट्रीशीटर है, जहां उस पर 38 जघन्य अपराधों का आरोप है। पांच बार के इस विधायक के खिलाफ पूरे उत्तर प्रदेश राज्य के कई पुलिस थानों में शिकायतें दर्ज की गई हैं। खासकर लखनऊ, गाजीपुर और मऊ में कई मामले दर्ज हैं।

strong1988 में अपराध में रखा कदमstrong
02 / 06

1988 में अपराध में रखा कदम

गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में एक राजनीतिक परिवार में जन्मे मुख्तार अंसारी पर हत्या का पहला मुकदमा 1988 में मंडी परिषद में ठेकेदारी को लेकर दर्ज हुआ था। इसके बाद मुख्तार के अपराधों की फेहरिस्त बढ़ती गई। साथ ही उसका दबदबा बढ़ने लगा। 90 के दशक में मुख्तार को जेल जाना पड़ा था और उसका नया ठिकाना गाजीपुर जेल बना।

strongबढ़ता गया रसूखstrong
03 / 06

बढ़ता गया रसूख

गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में एक राजनीतिक परिवार में जन्मे मुख्तार अंसारी पर हत्या का पहला मुकदमा 1988 में मंडी परिषद में ठेकेदारी को लेकर दर्ज हुआ था। इसके बाद मुख्तार के अपराधों की फेहरिस्त बढ़ती गई। साथ ही उसका दबदबा बढ़ने लगा। 90 के दशक में मुख्तार को जेल जाना पड़ा था और उसका नया ठिकाना गाजीपुर जेल बना।

strongअतीक का जलवा भी फीकाstrong
04 / 06

अतीक का जलवा भी फीका

बताते हैं कि सलाखों के पीछे भी मुख्तार का अच्छा खासा रसूख था। तब उसके आगे अतीक अहमद का जलवा भी फीका ही लगता था। उस समय मोबाइल फोन का चलन शुरू नहीं हुआ था। सिर्फ लैंडलाइन फोन से ही बात होती थी। मुख्तार के गाजीपुर जेल पहुंचने के बाद वहां का फोन के बिल भी बढ़ गया था। बाद में पता चला कि जेल के फोन का इस्तेमाल मुख्तार कर रहा था जिसकी वजह से फोन बिल बढ़ गया था। तब उसका विरोध करने की हिम्मत किसी में नहीं थी।

strongकृष्णानंद राय की हत्याstrongstrongstrong
05 / 06

कृष्णानंद राय की हत्या

25 अक्टूबर 2005 को अंसारी अपनी जमानत रद्द कराकर जेल चला गया था। इसके ठीक महीने भर बाद गाजीपुर से भाजपा विधायक और उसके राजनीतिक प्रतिद्वंदी और बाहुबली बृजेश सिंह के करीबी कृष्णानंद राय को गोलियों से भून दिया गया था। इस दौरान सौ राउंड से अधिक गोलियां चली थीं। इसी का मुकदमा अंसारी पर चल रहा है। हत्या के कुछ दिनों बाद मुख्तार अंसारी का एक ऑडियो वॉयरल हुआ था जिसमें वह कृष्णानंद राय की हत्या और उसकी चुटिया काटे जाने के बारे में बता रहा था। मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।

strongपूरा परिवार अपराध में लिप्तstrong
06 / 06

पूरा परिवार अपराध में लिप्त

पिछले कुछ महीनों में मुख्तार, उनकी पत्नी, बेटों और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करने, कागजों में फर्जीवाड़ा करने और हथियार रखने से जुड़े कई नए आरोप दर्ज किए गए हैं। सरकारी तंत्र हरकत में आ गया है, लखनऊ और अन्य शहरों में उसके अवैध घरों को तोड़ा जा रहा है। परिवार के कई लोगों के शस्त्र लाइसेंस ले लिए गए हैं और मुख्तार के बेटों पर इनाम रखा गया है। अतीक अहमद की हत्या के बाद अब मुख्तार खौफ में है और अदालत से सुरक्षा की गुहार लगा रहा है। उसके मुख्तार जैसे अंजाम का डर सता रहा है।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited