NEET पेपर लीक मामले में CBI का ताबड़तोड़ एक्शन, जानें अब तक क्या-क्या हुआ
NEET Paper Leak Case अब सीबीआई के हाथों में है। इस केस में अभी तक सीबीआई ने कई गिरफ्तारियां की है। EOU ने CBI को अपनी 80 पेज वाली FIR के साथ EOU ने 2 हजार पेज की रिपोर्ट भी CBI को सौंपी है। आइए जानते है कि अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ है।
NEET
नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) को लेकर सीबीआई (CBI) लगातार छापामारी कर रही है। नीट पेपर लीक मामले के तार गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड तक जुड़े हुए हैं। जिसके लिए सीबीआई ने जगह-जगह दबिश दी है और आरोपियों से पूछताछ की है। बता दें, EOU ने CBI को अपनी 80 पेज वाली FIR के साथ EOU ने 2 हजार पेज की रिपोर्ट भी CBI को सौंपी है।
नीट पेपर लीक केस
पटना, हजारीबाग, गोधरा और लातूर के परीक्षा सेंटर CBI की जांच के दायरे में है। वहीं झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को नीट पेपर लीक का एपिसेंटर कहा जा रहा है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, इस स्कूल की भूमिका पर बिहार की आर्थिक अपराध ईकाई ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ईओयू ने इसी सेंटर को पेपर लीक का केन्द्र माना है। CBI ने पूरी जांच को टेकओवर करने के बाद बुधवार को सबसे पहले इसी ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल को हिरासत में लिया था।
सीबीआई
सीबीआई आठ आरोपियों को नामजद किया गया। इसमें संजीव मुखिया, सिकंदर यादवेंदु, अमित आनंद, आयुष राज, नीतीश कुमार, रॉकी, अखिलेश और बिट्टू के नाम शामिल हैं। सीबीआई ने सबसे पहले पटना में तीन ठिकानों पर दबिश दी थी। जांच एजेंसी सिकंदर यादवेंदु के फ्लैट पर पहुंची थी। उसके बाद लर्न एंड प्ले स्कूल और उसके बॉयज हॉस्टल में भी छापा मारा था। जानकारी के अनुसार, पटना में खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में संजीव मुखिया ने स्टूडेंट्स को ठहराया था। आरोप है कि यहीं 35 छात्रों को बैठाकर उत्तर रटवाए गए थे।
एफआईआर
सीबीआई ने रविवार को एक प्राथमिकी दर्ज की थी। जांच एजेंसी ने मंगलवार को अदालत में एफआईआर की एक कॉपी पेश की, जिसमें उन संदिग्धों की हिरासत की मांग की गई, जिन्हें पहले बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने CBI को आगे की पूछताछ के लिए बलदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश कुमार को अपनी रिमांड पर लेने की अनुमति दे दी थी।
महाराष्ट्र
इसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने NEET मेडिकल प्रवेश परीक्षा पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र के लातूर से दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया। महाराष्ट्र से यह मामला बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा पेपर लीक मामले में चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 13 लोगों की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था। जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद स्कूल के दो शिक्षकों संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखान पठान को महाराष्ट्र में नांदेड़ एटीएस ने हिरासत में लिया था। उनमें से एक लातूर में काम करता है जबकि दूसरा सोलापुर में। दोनों पर NEET पेपर लीक मामले में कड़ी जांच चल रही है। नांदेड़ एटीएस द्वारा लातूर जिले में दो स्थानों पर छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस को संदेह है कि दोनों शिक्षकों की नीट पेपर लीक में संलिप्तता है। इस बीच, बिहार पुलिस ने कथित पेपर लीक मामले में झारखंड से छह और लोगों को हिरासत में लिया था।
दिल्ली
इस बीच दिल्ली में परीक्षा सुधारों पर केंद्र सरकार कि उच्च स्तरीय पैनल ने एक हाई लेवल बैठक की। 7 सदस्यीय समिति की सोमवार को बैठक दिल्ली मे हुई थी। बता दे कि परीक्षा पैटर्न में सुधार के लिए ये समिति गठित की गई है। यह समिति परीक्षा की दक्षता को बढ़ाने और सुधारने तथा सभी कदाचारों को समाप्त करने के लिए काम करेगी। बैठक इसलिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह लगातार रडार पर चल रहे मामलों को सीबीआई और एनटीए को सौंपे जाने के बाद हो रही थी।
डॉ. के राधाकृष्णन
इस बैठक में डॉ. के राधाकृष्णन पूर्व इसरो प्रमुख ने कहा कि हमारी कोशिश है कि अगले 15 दिनों में हम ज्यादा से ज्यादा छात्रों और उनके अभिभावकों को इस मूव में शामिल करें जिससे हमें यह पता चल सके कि जो कुछ भी बातें नीट एग्जामिनेशन को लेकर हो रही है उसमें उसे सिस्टम को कैसे दुरुस्त किया जाए। हमारी कोशिश एक ऐसे सिस्टम को डेवलप करने की भी है जो पूरी तरीके से टेंपल प्रूफ हो। हमारी कोशिश एक ऐसे सिस्टम को भी डेवलप करने की है जिसमें जीरो एरर की भी गुंजाइश नहीं हो। इस बीच अभी भी CBI इस मामले अपनी जांच कर रही है।
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