बांग्लादेश में तख्तापलट करने वाली सेना का होने लगा विरोध, हिंदुओं के सब्र का भी टूटा बांध

Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में हालात सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर दबाव बनाकर इस्तीफा लेने और जबरन उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर करने वाली सेना के खिलाफ अब विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। साथ ही हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। बांग्लादेश की कानून व्यवस्था संभाल रही सेना बैकफुट पर नजर आ रही है और उसे बड़े पैमाने पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

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सेना पर फूटा लोगों का गुस्सा

बांग्लादेश में शेख हसीना के समर्थन में भी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। गोपालगंज में तो सेना के वाहन को ही आग के हवाले कर दिया गया। साथ ही भीड़ ने एक सैनिक का हथियार भी छीन लिया। (फोटो साभार: PTI)

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सड़कों पर उतरे हजारों लोग

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, अवामी लीग के हजारों कार्यकर्ता शेख हसीना की वापसी की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे और सेना के साथ उनकी झड़प भी हुई। ऐसे में सेना ने लाठियां बरसाना शुरू किया तो भीड़ ने सेना में आग लगा दी।

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हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार

शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद स्थिति असामान्य है। हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में अल्पसंख्यक हिंदुओं ने ढाका और उत्तर-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। (फोटो साभार: AP)

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अल्पसंख्यक समुदाय ने की सुरक्षा की मांग

बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार से आहत होकर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय ने सुरक्षा की मांग की है। दरअसल, देशभर में मंदिरों, हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना जा रहा है। (फोटो साभार: AP)

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मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने भी लिया हिस्सा

अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की रैली में छात्रों सहित हजारों मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने एकजुटता व्यक्त की। इस रैली की वजह से मध्य ढाका के शाहबाग में कई घंटे तक यातायात प्रभावित रहा।

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हिंसा में मारे गए हिंदू नेता

शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद हिंसा की आग में कम से कम आवामी लीग के दो हिंदू नेता मारे गए। साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामलों को उजागर किया गया है। (फोटो साभार: AP)