क्या पुरी के रत्न भंडार की सुरक्षा करते हैं जहरीले कोबरा?

Puri Jagannath temple's treasure: पुरी के जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोले जाने की तैयारी चल रही है। 46 सालों के बाद 14 जुलाई को रत्न भंडार वाले कमरे का ताला खोला जाना है लेकिन श्री जगन्नाथ टेंपल एडमिनेस्ट्रेशन (एसजेटीए) के पदाधिकारियों को लगता है कि रत्न भंडार और उसके आस-पास सांप हो सकते हैं।

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रत्न भंडार खोलने के समय रहेगा सांप पकड़ने वाला​

ऐसे में एसजेटीए ने एहतियाती कदम उठाए हैं। रत्न भंडार खोले जाते और आभूषणों की सूची बनाते समय वहां पर सांप पकड़ने वाला और एक मेडिकल टीम मौजूद रहेगी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एसजेटीए के एक पदाधिकारी ने बताया कि 'रत्न भंडार खोलने से जुड़ा एक मसौदा एसओपी मंजूरी के लिए हमने सरकार के पास भेजा है। रत्न भंडार खोले जाने के समय वहां पर एक सांप पकड़ने वाला और डॉक्टर की एक टीम रखने की हमने मांग की है।'

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सांप की आशंका से डरे सेवादार​

ऐसी लोक मान्यता है कि इस रत्न भंडार की सुरक्षा जहरीले कोबरा करते हैं। रत्न भंडार खोलने की मांग करने वाली 16 सदस्यीय समिति में शामिल एक सेवादार ने कहा कि रत्न भंडार में कौन-कौन से आभूषण हैं, इन्हें जानने की उत्सुकता तो बनी हुई है लेकिन वहां सांप होने की आशंका से हम डरे हुए हैं।

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मंदिर परिसर की दीवारों में दरारें एवं छिद्र​

रिपोर्ट के मुताबिक एक अन्य सेवादार हरेकृष्णा महापात्रा ने बताया कि जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत हाल ही में जब सौंदर्यीकरण का काम चल रह था तो मंदिर परिसर में सांप देखे गए।

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एहतियाती कदम उठा रहे

महापात्रा ने कहा कि चूंकि यह एक प्राचीन मंदिर है तो परिसर की दीवारों में दरारें एवं छिद्र हैं। हो सकता है कि इन छिद्रों के जरिए सांप रत्न भंडार तक पहुंच गए हों। इसलिए रत्न भंडार खोले जाते समय एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए।

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सांप पकड़ने वाले की तलाश​

रत्न भंडार खोले जाते समय सांप की मौजूदगी जैसी समस्या से निपटने के लिए एक सांप पकड़ने वाले एक निपुण व्यक्ति की तलाश की जा रही है।

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भगवान जगन्नाथ, बालभद्र और देवी सुभद्रा के आभूषण​

जगन्नाथ मंदिर के एक कमर के दो लॉक में रत्न भंडार होने की बात कही जाती है। इनमें भगवान जगन्नाथ, बालभद्र और देवी सुभद्रा के आभूषण हैं। रत्न भंडार वाले कक्षों को पिछली बार 1978 में खोला गया था।