रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे बिहार के इन शहरों से गुजरेगा, बंगाल, झारखंड बस कुछ घंटे दूर
बिहार राज्य भारत का अहम हिस्सा है, बातएक्सप्रेसवे की करें तो इस मामले में ये राज्य पिछड़ा था लेकिन अब यहां एक-दो नहीं बल्कि पांच एक्सप्रेसवे बन रहे हैं रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे (Raxaul Haldia Expressway) की बात करें तो यह नेपाल सीमा पर स्थित बिहार के रक्सौल से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक करीब 650 किलोमीटर लंबा होगा और ये राज्य का दूसरा एक्सप्रेस होगा और ये छह से आठ लेन का होगा, इसके बन जाने से लोगों को बेहद आसानी होगी।

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे बिहार के 9 जिलों से होकर गुजरेगा
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे जो बिहार का अहम हाइवे है उसके लिए जमीन अधिग्रहण के काम में एनएचआई (NHAI) जुटी है, बता दें कि रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे (Raxaul Haldia Expressway) बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरेगा, यह बिहार के 9 जिलों से होकर गुजरेगा इनमें पश्चिम चंपारण, बिहार शरीफ, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सारण, पटना, जमुई और शेखपुरा, बांका शामिल हैं, रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे बिहार के रक्सौल से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक करीब 650 किलोमीटर लंबा होगा, इसके तैयार होने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

झारखंड में प्रवेश करेगा रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे
बता दें कि रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे (Raxaul Haldia Expressway) बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरेगा, यह बिहार के 9 जिलों को कवर करेगा जिसमें मुजफ्फरपुर, सारण, पटना, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, बिहारशरीफ, शेखपुरा, बांका और जमुई शामिल हैं बिहार से ये झारखंड में प्रवेश करेगा।

ग्रीन फील्ड एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे
हल्दिया -रक्सौल एक्सप्रेसवे पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में 650 किमी की योजनाबद्ध और आगामी ग्रीन फील्ड एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे है यह रक्सौल को हल्दिया बंदरगाह से जोड़ेगा

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे 650 किमी लंबा होगा
बिहार के इस दूसरे एक्सप्रेसवे का निर्माण को लेकर गतिविधियां जारी हैं, यह करीब 650 किमी लंबा होगा, जिसके निर्माण पर तकरीबन 54 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे दोनों तरफ कांटों से घिरा होगा
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे बिहार में एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे होगा जो यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की तरह ही होगा यानी की यह दोनों तरफ कांटों से घिरा होगा।

एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं
माना जा रहा है कि रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवेस से एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक विकास भी होगा, रोजगार के अवसर सृजित होंगे वहीं इसके आस-पास खासा आर्थिक विकास होगा जिससे लोगों का फायदा होगा

बेहतर राजमार्ग संपर्क स्थापित करना है मकसद
गौर हो कि हल्दिया बंदरगाह वर्तमान में नेपाल के अधिकांश व्यापार को संभालता है, लेकिन हल्दिया बंदरगाह से भारत-नेपाल सीमा तक कोई विकसित राजमार्ग नहीं है बेहतर राजमार्ग संपर्क स्थापित करने के उद्देश्य से हल्दिया-रक्सौल एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है।

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