मेरठ में आकार ले रहा RRTS कॉरिडोर, ट्रैक बिछाने का काम अंतिम चरण में पहुंचा

मेरठ में निर्माणाधीन आरआरटीएस कॉरिडोर के अंतर्गत तैयार किए जा रहे अंडरग्राउंड स्टेशनों ने अपना आकार ले लिया है। अभी इन सभी स्टेशनों के प्रवेश-निकास द्वार बनाए जा रहे हैं, साथ ही फिनिशिंग का कार्य भी प्रगति पर है। तीन अंडरग्राउंड स्टेशन के साथ लगभग 5 किलोमीटर लंबे इस अंडरग्राउंड सेक्शन पर फिलहाल ट्रैक बिछाने की गतिविधियां चल रही हैं।

तीन अंडरग्राउंड स्टेशन हो रहे तैयार
01 / 05

तीन अंडरग्राउंड स्टेशन हो रहे तैयार

मेरठ में आरआरटीएस कॉरिडोर के अंतर्गत तीन अंडरग्राउंड स्टेशन तैयार किए जा रहे हैं- मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल। इन अंडरग्राउंड स्टेशनों में मेरठ सेंट्रल और भैंसाली मेट्रो स्टेशन होंगे जबकि बेगमपुल आरआरटीएस और मेट्रो दोनों सेवाएं प्रदान करेगा। मेरठ में दिल्ली रोड पर ब्रह्मपुरी मेट्रो स्टेशन के बाद रामलीला मैदान (मारुति शोरूम) से बेगमपुल स्टेशन के बाद टैंक चौराहे (एमईएस रैंप) तक भूमिगत सुरंग बनाई गई है। मेरठ का यह अंडरग्राउंड सेक्शन दोनों ओर से एलिवेटेड वायाडक्ट के रैंप से जुड़ चुका है। और पढ़ें

टैक बिछाने में हाई टेक्नोलॉजी का उपयोग
02 / 05

टैक बिछाने में हाई टेक्नोलॉजी का उपयोग

ट्रैक बिछाने की गतिविधियों के अंतर्गत देश में पहली बार ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है जिनसे उच्च क्षमता वाले बैलास्टलेस ट्रैक स्लैब का उत्पादन हो रहा है। इनका जीवन काल लंबा होता है और इन्हें कम रखरखाव की आवश्यकता होती है। इसी कारण इस ट्रैक के रखरखाव की कुल लागत भी कम होती है। मेरठ के शताब्दी नगर के कास्टिंग यार्ड की ट्रैक स्लैब फैक्ट्री में प्रीकास्ट ट्रैक स्लैब का निर्माण किया जा रहा है। और पढ़ें

ट्रेन परिचालन में वायब्रेशन कम करने पर जोर
03 / 05

ट्रेन परिचालन में वायब्रेशन कम करने पर जोर

एनसीआरटीसी टनल के भीतर तेज़ रफ्तार में ट्रेनों के चलने से होने वाली वायब्रेशन को कम करने लिए मास स्प्रिंग सिस्टम का प्रयोग कर रही है। टनलों में ट्रेनों के परिचालन के दौरान वायब्रेशन को कम करने के लिए टनल में ट्रैक स्लैब बनाने से पहले टनल की सतह पर फ़र्स्ट लेवल कंक्रीट की परत बिछाई जाती है। इसके बाद इस परत पर मास स्प्रिंग शीट बिछाई जाती है और उसके ऊपर ट्रैक बिछाया जाता है। इस सिस्टम के इंस्टॉलेशन से वाइब्रेशन कम से कम हो जाती है।और पढ़ें

सुरक्षित और आरामदायक होगी यात्रा
04 / 05

सुरक्षित और आरामदायक होगी यात्रा

ट्रैक स्लैब के इंस्टॉल होने के बाद सिग्नलिंग सिस्टम और ट्रैक्शन (ओएचई) लगाने की गतिविधियां शुरू की जाएगी। इस ट्रैक तकनीक की मदद से एनसीआरटीसी हाई स्पीड और हाई फ्रीक्वेंसी आरआरटीएस ट्रेनें चलाने में सक्षम होगी और संचालन के दौरान क्रमशः 180 किमी प्रति घंटे की डिज़ाइन गति के साथ यात्रियों की सुरक्षा और आराम को सुनिश्चित करेगीऔर पढ़ें

मेरठ में आकार ले चुका है स्टेशन
05 / 05

मेरठ में आकार ले चुका है स्टेशन

दिल्ली की तरफ से आते समय मेरठ में पहला अंडरग्राउंड स्टेशन मेरठ सेंट्रल है, जो रामलीला मैदान से आगे की तरफ बनाया गया है। ये स्टेशन अपना आकार ले चुका है। इस स्टेशन पर आइलैंड टाइप का प्लेटफॉर्म होगा जिसके दोनों ओर 4 ट्रैक बनाए जा रहे हैं। इनमें से किनारे के दोनों ट्रैक नमो भारत ट्रेन के निकलने के लिए होंगे जबकि प्लैटफ़ार्म के दोनों ओर के ट्रैक मेरठ मेट्रो ट्रेन के रुकने के लिए होंगे। और पढ़ें

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited