सिर्फ 5 किलोमीटर लंबा है भारत का ये हाईवे, कहलता है सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग
भारत में सड़क नेटवर्क काफी विशाल है, हाईवे से लेकर एक्सप्रेसवे तक का जाल बिछा है। कई हाईवे कई सौ किलोमीटर तक लंबी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के सबसे छोटा हाईवे सिर्फ 5 किलोमीटर लंबा है और सिर्फ अगल-बगल स्थित दो शहरों को जोड़ता है। भारत के सबसे छोटा हाईवे एक नहीं बल्कि दो राज्यों में स्थित है। दो हाईवे को सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा हासिल है।
भारत का सबसे छोटा हाईवे कौन
झारखंड में स्थित NH 118 भारत का सबसे छोटा हाईवे है। राष्ट्रीय राजमार्ग 118 झारखंड में आसनबनी और जमशेदपुर को जोड़ता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 118 (NH 118) झारखंड के आसनबनी और जमशेदपुर शहरों को जोड़ता है। NH 118 आसनबनी से शुरू होता है, जहां यह राष्ट्रीय राजमार्ग 18 (NH 18) से मिलता है। यह राजमार्ग झारखंड के सबसे बड़े औद्योगिक शहरों में से एक जमशेदपुर में समाप्त होता है।और पढ़ें
कितना छोटा है भारत का सबसे छोटा हाईवे
झारखंड में स्थित NH 118, जिसे भारत का सबसे छोटा हाईवे कहा जाता है, वो सिर्फ 5 किलोमीटर लंबा है। एक ग्रामीण सड़क जितना लंबा यह राजमार्ग कहने को सिर्फ छोटा है, लेकिन यह देश के एक महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर जमशेदपुर से कनेक्ट होता है।
एक नहीं दो है सबसे छोटा हाईवे
सिर्फ झारखंड स्थिति NH 118 ही भारत का सबसे छोटा एक्सप्रेसवे नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र स्थित NH 548 भी देश का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग है। NH 118 और NH 548 दोनों संयुक्त रूप से भारत का सबसे छोटा हाईवे है।
कहां से कहां तक है NH 548
NH 548 महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक व्यस्त शहर कलंबोली से शुरू होता है। यह राजमार्ग कलंबोली से उत्तर-पूर्व की ओर जाता है, तथा विभिन्न शहरी और ग्रामीण परिवेशों से होकर गुजरता है। एनएच 548 का अंत एनएच 348 के चौराहे पर होता है, जहां से यह व्यापक राजमार्ग प्रणाली से जुड़ता है।
छोटा पर है महत्वपूर्ण
एनएच 118 और एनएच 548 सिर्फ 5 किलोमीटर लंबे हैं, हालांकि उन्हें भारत के सड़क नेटवर्क में महत्वपूर्ण लिंक के रूप में जाना जाता है। एनएच 548 महाराष्ट्र राज्य से होकर गुजरता है, जबकि 118 झारखंड से होकर महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ता है। ये राजमार्ग भले ही छोटे हों, लेकिन इनका स्थानीय वाणिज्य और संचार पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है, जिससे इनके आसपास के लोगों की रहने की स्थिति में सुधार होता है। इन राजमार्गों का सामुदायिक संपर्क और कॉर्पोरेट विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।और पढ़ें
किसके अधीन होता है नेशनल हाईवे
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय मुख्य रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है। मंत्रालय को विभिन्न राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों (यूटी) से राज्य की सड़कों को नए राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के रूप में घोषित करने के प्रस्ताव मिलते रहते हैं। मंत्रालय समय-समय पर कनेक्टिविटी की आवश्यकता, परस्पर प्राथमिकता और धन की उपलब्धता के आधार पर कुछ राज्य सड़कों को नए एनएच के रूप में घोषित करने पर विचार करता है। कुछ एनएच आजादी के समय से ही है। कुछ आजादी के बाद बने हैं।और पढ़ें
भारत में कितनी है हाईवे की लंबाई
दिसंबर 2023 तक, भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 146,145 किलोमीटर (90,748 मील) है, जो 2014 से 60% अधिक है। राष्ट्रीय और राज्य की राजधानियों, प्रमुख बंदरगाहों और रेल जंक्शनों को जोड़ती हैं और सीमावर्ती सड़कों और विदेशी राजमार्गों से जुड़ती हैं।
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