हिंसाग्रस्त सूडान से स्वदेश लौटे भारतीय, सुनाई आपबीती, जिंदा लौट आना एक चमत्कार की तरह

Sudan Crisis: सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है। पिछले 13 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। सूडान में दोनों पक्षों के 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत होने के बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं। ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों को वापस लाया जा रहा है। वापस आने वाले भारतीय ने आपबीती बताई।

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​सूडान से भारतीयों को निकालने का काम जारी​

हिंसाग्रस्त सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने का काम जारी है। भारत सरकार इसके लिए ऑपरेशन कावेरी चलाकर वहां फंसे लोगों को स्वदेश वापस ला रही है।

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​सत्ता के लिए संघर्ष की वजह से सूडान में फैला गृहयुद्ध​

सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है। यानी कहें तो सूडान गृहयुद्ध में फैल गया है।

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​ऑपरेशन कावेरी के तहत वापस लाए जा रहे हैं भारतीय​

सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने के अभियान ‘ऑपरेशन कावेरी' के तहत भारत ने जेद्दा में पारगमन सुविधा स्थापित की है जहां से भारतीयों को वापस लाया जा रहा है।

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​स्वदेश वापसी चमत्कार से कम नहीं​

हिंसाग्रस्त सूडान से निकाले जाने के बाद केरल लौटे राज्य के लोगों का कहना है कि वापस आने पर उन्हें राहत मिली है और उनका बचना एक चमत्कार की तरह है। बिजी अलाप्पट ने कहा कि ईश्वर के आशीर्वाद के कारण हम स्वदेश वापस आ गए। संघर्ष विराम के बावजूद सूडान के कई हिस्सों में अब भी लड़ाई जारी है।

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सूडान में 6 से 7 हजार भारतीय रहते थे

हवाई अड्डे के बाहर मीडिया से बात करते हुए लोगों ने कहा कि सूडान में जीवन पिछले कई सालों से शांतिपूर्ण रहा है और उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि सेना के दो गुटों के बीच लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि सूडान में कम से कम 6 से 7 हजार भारतीय रहते थे।

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​​हमने कभी नहीं सोचा था वापस आ सकते हैं​

एक भारतीय कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हम वापस आ सकते हैं। हम वहां 18 साल से रह रहे थे और पहले कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया था। हिंसा शुरू होने के बाद वहां जीवन बहुत दयनीय था।

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​बड़ी संख्या में खारतूम छोड़ चुके हैं भारतीय​

बड़ी संख्या में भारतीय पहले ही खारतूम से बस के जरिये अन्य स्थानों पर जा चुके हैं। प्रतिदिन 500-600 लोगों को निकाल सकते हैं, तो 10 दिनों में मिशन पूरा हो जाएगा।

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​घर आकर राहत महसूस कर रहे हैं लोग​

एक भारतीय ने कहा कि सूडान से सुरक्षित घर पहुंचकर और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर बहुत राहत महसूस कर रहा हूं।

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​लूटपाट की घटनाओं में हुई वृद्धि​

हिंसा प्रभावित सूडान में स्थिति के बारे में बात करते हुए एक भारतीय ने कहा कि ईंधन की आपूर्ति में कमी और लूटपाट की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

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​सूडान में सुरक्षा संबंधी हालात बेहद अस्थिर​

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि सूडान में सुरक्षा संबंधी जमीनी हालात बेहद अस्थिर और अप्रत्याशित बने हुए हैं और वहां रह रहे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालना भारत की प्राथमिकता है। हिंसाग्रस्त सूडान से नागरिकों को निकालने के भारत के अभियान ऑपरेशन कावेरी के तहत 600 से अधिक भारतीय स्वदेश पहुंच चुके हैं।