Kargil Vijay Diwas: यहां शहीदों के सम्मान में झुक जाता है सिर, इस वॉर मेमोरियल पर यादें हो जाती हैं ताजा
कारगिल के द्रास में स्थित कारगिल वॉर मेमोरियल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में बनाया गया है। यहां के संग्रहालय में जहां एक ओर युद्ध में सैनिकों द्वारा इस्तेमाल किए गए हथियारों को देखा जा सकता है, वहीं शिलालेख पर लिखे 543 शहीदों के नाम आंखें नम कर देती हैं। कारगिल मेमोरियल का रिमेम्ब्रेंस हट सैनिकों के पराक्रम और पाकिस्तान के साथ हुए लड़ाई के दौरान के हालत को समझाता है। वहीं यहां 24 घंटे सैनिकों के सम्मान में जलती लौ और हवा में लहराता तिरंगा भारतीय योद्धाओं की वीरता का प्रतीक है-

कारगिल मेमोरियल
कारगिल मेमोरियल पाकिस्तान के साथ साल 1999 से 2000 के बीच युद्ध में शहीद हुए 543 से ज्यादा सैनिकों के पराक्रम की याद दिलाता है। यहां भारत की शान में खड़ा तिरंगा अपने वीर योद्धाओं के पराक्रम की गाथा सुनाता है।

संग्रहालयल
यह स्मारक कारगिल जिले के द्रास में बना हुआ है। यहां एक संग्रहालयल भी है, जो युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियारों और सैनिकों के उपकरणों को प्रदर्शित करता है।

गारगिल वॉर
कारगिल स्मारक को साल 1999 के गारगिल वॉर के बाद बनाया गया था। जब भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान घुसपैठियों को कारकिल से खदेड़ दिया था। इस वॉर में भारत के लगभग 543 सैनिक शहीद हो गए थे।

ऑपरेशन विजय
यह स्मारक भारतीय सैनिकों द्वारा पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए छेड़े गए 'ऑपरेशन विजय' की याद में तैयार किया गया है, जिसे देखने के लिए रोज करीब 1000-15000 लोग पहुंचते हैं।

अमर ज्योति लौ
यहां सैनिकों को सम्मान में 24 घंटे अमर ज्योति लौ जलती रहती है। साथ ही यहां हवा में लहराता तिरंगा भारतीय सैनिकों की वीरता का प्रतीक है, जिसे देख यहां आने वालों का सिर सम्मान में झुक जाता है।

वीरगति को प्राप्त सैनिक
कारिगल मेमोरियल में पत्थरों पर वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के नाम और उनके विवरण लगाए गए हैं। इसके साथ युद्ध में लड़ी गई दूसरी लड़ाइयों का इतिहास भी काले ग्रेनाइट पर दर्ज किया गया है।

रिमेम्ब्रेंस हट
स्मारक में प्रवेश करते ही विजय पथ के दोनों तरफ दुश्मनों को भारत की धरती से खदेड़ने वाले वीर सैनिकों की प्रतिमाएं लगी हैं। वहीं यहां रिमेम्ब्रेंस हट भी है, जहां कारगिल वॉर के दौरान हुए पूरे हालत को दर्शाया गया है।

पराक्रमी योद्धा
कारगिल वॉर मेमोरियल में एक बड़ा स्तंभ भी है, जहां पराक्रमी योद्धाओं के नाम अंकित हैं। इसके साथ ही यहां स्थित संग्रहालय में कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिक के हथियार रखे गए हैं।

बहादुरी का प्रतीक
इस स्मारक में एक बड़ा-सा मैदान भी है, जहां सैनिक परेड करते हैं और यहीं दूसरे समारोह का आयोजन भी किया जाता है। यहां पर लोग शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने आते हैं। यह मेमोरियल भारतीय सेना की बहादुरी और उनके बलिदान का प्रतीक है।

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