चांद के काले हिस्से में किस खजाने की तलाश में है चीन, धरती पर ले आया चंद्रमा का नमूना

China Moon Mission: चीन का अब एक चंद्र मिशन, चांद के उस हिस्से का नमूना लेकर पृथ्वी पर लौट आया है, जहां अभी तक कई बड़े स्पेस की दुनिया के महारथी देश पहुंचे भी नहीं हैं। आखिर चांद के काले हिस्से में ऐसा क्या है, जहां से चीन ने ये नमूने खोदकर धरती पर लाए हैं। क्या चीन के हाथ कोई ऐसा खजाना लग गया है, जिसके कारण वो चांद के अंधेरे वाले हिस्से पर लगातार मिशन भेज रहा है और अब नमूना भी उठा लाया है। आइए जानते हैं...

01 / 07
Share

चंद्रमा के अंधेरे हिस्से में मून मिशन

चीन का यह सबसे आधुनिक चंद्र मिशन 3 मई 2024 को शुरू हुआ था। तब चीन के हैनान द्वीप से चांग ई-6 (Chang'e-6) मिशन को लॉन्च किया गया था। इस मिशन का लैंडर और एक मोबाइल कैमरा रोवर 1 जून 2024 को चंद्रमा के दूर वाले हिस्से पर उतरा था।

02 / 07
Share

चांद को खोदकर निकाला नमूना

चीन के दूसरे सैंपल रिटर्न मिशन के हिस्से के रूप में, लैंडर के रोबोटिक स्कूप और ड्रिल ने चंद्र सतह से नमूने लिए और इसे मिशन के एसेंडर मॉड्यूल पर रखा, जिसे फिर 3 जून 2024 को चंद्र की कक्षा में लॉन्च किया गया।

03 / 07
Share

कैसे धरती पर वापस आया एसेंडर मॉड्यूल

6 जून 2024 को चंद्र की कक्षा में ऑर्बिटर मॉड्यूल के साथ एसेंडर डॉक किया गया, फिर नमूनों को ले जाने वाले कंटेनर को ऑर्बिटर पर वायुमंडलीय पुनः प्रवेश मॉड्यूल में स्थानांतरित कर दिया, ताकि वह अंततः पृथ्वी पर वापस आ सके।

04 / 07
Share

धरती पर कहां उतरा चीन का यान

अंतरिक्ष यान चांग ई-6 का वापसी कैप्सूल 25 जून मंगलवार की दोपहर 2.07 बजे मंगोलिया के सीत्सीवांग बैनर के निर्धारित क्षेत्र में सफलतापूर्वक अंतरिक्ष से लैंड हुआ, जिसमें चांद के काले हिस्से से लाए गए नमूने भरे हैं।

05 / 07
Share

चांद की सतह पर चीन के प्रयोग

मिशन के लैंडर और मिनी रोवर ने चंद्र सतह पर वैज्ञानिक प्रयोग भी किए। कुल मिलाकर मिशन लगभग 53 दिनों तक चला, जो 25 जून 2024 को समाप्त हुआ।

06 / 07
Share

नमूनों से किस चीज का चलेगा पता

चीन इन नमूनों से काफी कुछ हासिल कर सकता है। चीन को यह पता चल सकता है कि चांद के इस अंधेरे वाले हिस्से पर क्या छिपा है? चंद्रमा के दोनों भागों के बीच अंतर के लिए कौन- सी भूगर्भीय गतिविधि जिम्मेदार हैं?

07 / 07
Share

अंतरिक्ष का बेताज बादशाह बन जाएगा चीन

चीन की भविष्य में चंद्रमा पर एक चंद्र स्टेशन स्थापित करने की भी योजना है। एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उभरे चीन ने पूर्व में भी चंद्रमा पर मानवरहित मिशन सफलतापूर्वक भेजे हैं जिसमें एक रोवर उतारना भी शामिल है। चीन ने मंगल ग्रह के समीप भी एक रोवर भेजा और एक अंतरिक्ष स्टेशन बनाया है जो अभी काम कर रहा है।