कोई लिपट गया तो किसी ने हाथ जोड़ दिए...जब मणिपुर हिंसा पीड़ितों से मिले राहुल गांधी तो ऐसा था माहौल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मिलने पहुंचे। यहां जब पीड़ित परिवार से मिल रहे तो भावुक कर देने वाला नजारा दिखा। राहुल गांधी से कोई पीड़ित लिपट कर अपना दुख सुनाने लगा तो कोई उनसे लिपट गया। राहुल गांधी हाल के महीनों में मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते रहे हैं और सरकार को घेरते रहे हैं।

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जब पीड़ितों से मिले राहुल गांधी

राहुल गांधी मणिपुर में उन कैंपों का दौरा कर रहे हैं, जहां पीड़ित परिवार महीनों से रह रहे हैं। राहुल जिरिबाम उच्च माध्यमिक स्कूल में बनाए राहत शिविर में पहुंचे और उसमें रह रहे लोगों से बातचीत की। यहां के बाद सिलचर हवाई अड्डे से इंफाल हवाई अड्डे पहुंचे। इसके बाद वह सड़क मार्ग से चुराचांदपुर के लिए रवाना हो गए।

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चुराचांदपुर कैंप पहुंचे राहुल गांधी

राहुल गांधी चुराचांदपुर कैंप भी पहुंचे और वहां भी हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने लोगों की समस्याओं को सुना और उसे दूर करने के लिए हर संभव कोशिश का वादा भी किया।

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क्यों पीड़ितों से मिल रहे राहुल गांधी

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने इसे लेकर कहा कि राहुल गांधी की यात्रा का मकसद लोगों को मदद मुहैया करना और जमीनी हालात का जायजा लेना है। उनका दौरा हालिया हिंसा से प्रभावित लोगों की चिंताओं को दूर करने की पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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राहुल गांधी की प्राथमिकता में मणिपुर

पिछले साल तीन मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के कुछ हफ़्ते बाद गांधी ने पहली बार मणिपुर का दौरा किया था। उन्होंने जनवरी 2024 में राज्य से अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ भी शुरू की थी।

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कब और क्यों भड़की मणिपुर में हिंसा

3 मई 2023 को, भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़क उठी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 3 मई 2024 तक, हिंसा में 221 लोग मारे गए हैं और 60,000 लोग विस्थापित हुए हैं।

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जला दिए गए हजारों घर

मणिपुर में हिंसा के दौरान 4,786 घर जला दिए गए और 386 धार्मिक संरचनाओं में तोड़फोड़ की गई, जिनमें मंदिर और चर्च शामिल हैं।

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मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा

बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी समुदायों के बीच सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आर्थिक लाभ और कोटा के संभावित बंटवारे को लेकर हिंसा भड़क उठी।