इस गांव में बाहें फैलाकर होता है सूरज का स्वागत; आपको नहीं पता होगा नाम

Sunrise: क्या आपको इस बात पर विश्वास होगा कि जब आप गहरी नींद में सो रहे होते हैं उस समय देश के एक कोने में सूरज उग रहा होता है। जी, हां। हमारे देश में एक ऐसी जगह है जहां पर चार बजे लोग अपनी बाहें फैलाकर सूरज का स्वागत कर रहे होते हैं। हम जिस जगह की बात कर रहे हैं वह अरुणाचल प्रदेश में स्थित है।

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कितनी ऊंचाई पर स्थित है डोंग

यूं तो सूरज 'सेवन सिस्टर्स' कहे जाने वाले उत्तर पूर्वी राज्यों में सबसे पहले उगता है, लेकिन अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले के डोंग गांव में सूरज की पहली किरण पड़ती है। प्राकृतिक सौंदर्यता से पटा हुआ डोंग गांव लगभग 4,068 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

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देश का पहला सूर्यादय

अरुणाचल प्रदेश के डोंग गांव में सबसे पहले सूर्योदय होता है। आंधी रात को ही लोग सुदूर गांव में सूर्योदय का नजारा देखने के लिए निकल पड़ते हैं। जब देश के अन्य हिस्सों में लोग चद्दर तानकर सो रहे होते हैं तभी कुछ लोग डोंग गांव की चोटी पर 3 बजे के करीब चढ़ाई करते हैं और बाहें फैलाकर खुशनुमा नजारा देखते हैं। यही कारण है कि अरुणाचल को उगते हुए सूरज की भूमि भी कहा जाता है।

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प्रतिबंधित क्षेत्र है डोंग गांव

डोंग गांव पर जाने के लिए अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा जारी इनर लाइन पास की जरूरत होती है। यह प्रतिबंधित क्षेत्र है और यहां पर बिना पास के नहीं जाया जा सकता है।

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नारंगी आसमान

आधी रात को ट्रैकिंग करके डोंग गांव की चोटी पर पहुंचकर सूर्योदय का नजारा देखना काफी दिलचस्प होता है। उगते हुए सूरज की रोशनी जब आसपास की हरियाली या कहें प्राकृतिक चीजों पर पड़ती है तो नजारा नारंगी रंग से पटा रहता है। दूर-दूर से प्रकृति प्रेमी इसे देखने के लिए आते हैं।

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सबसे आखिर में सूर्यास्त कहां होता है?

अरुणाचल के डोंग गांव में सबसे पहले सूर्य निकलता है तो गुजरात के कच्छ जिले में सबसे आखिरी में सूर्य डूबता है। दरअसल, कच्छ जिले के गुहार मोती में सूर्यास्त सबसे आखिर में होता है और दूर-दूर से लोग ढलते सूरज को निहारने आते हैं।