Narendra Modi के सरनेम या जाति के बारे में क्या ये बातें जानते हैं आप? देखें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो सरनेम इस्तेमाल करते हैं, उसे लेकर हाल ही में बड़ा विवाद हुआ था। कांग्रेस के राहुल गांधी को उस सरनेम का यूज करने को लेकर मानहानि के एक मामले में अपनी संसद सदस्यता तक गंवानी पड़ गई थी। आइए, जानते हैं मोदी सरनेम से जुड़ी वे बातें, जो शायद ही आपको मालूम हों:

तो किनको दर्शाता है यह सरनेम
01 / 05

...तो किनको दर्शाता है यह सरनेम?

मोदी...यह एक सरनेम (उपनाम) या फिर जाति है। यह सरनेम किसी खास समुदाय या फिर विशिष्ट जाति को नहीं दर्शाता है।

मुस्लिम और पारसी भी यह उप-नाम करते हैं इस्तेमाल
02 / 05

मुस्लिम और पारसी भी यह उप-नाम करते हैं इस्तेमाल

ऐसा जरूरी नहीं है कि मोदी हिंदू ही हों। इस जाति के लोग मुसलमान या फिर पारसी भी हो सकते हैं।

मारवाड़ी भी रखते हैं यह सरनेम
03 / 05

मारवाड़ी भी रखते हैं यह सरनेम

वैश्य (बनिया), खारवास (पोरबंदर के मछुआरे) और लोहनास (कारोबारियों का समुदाय) भी इस सरनेम का यूज करते हैं। मारवाड़ी भी इसे इस्तेमाल करते हैं।

ओबीसी में गिने जाते हैं पर
04 / 05

ओबीसी में गिने जाते हैं पर...

यह उपनाम इस्तेमाल करने वाले कुछ लोग अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में आते हैं, जबकि कई इनमें नहीं गिने जाते हैं।

सारे मोदी लिखने वालों को नहीं मिलता रिजर्वेशन
05 / 05

सारे मोदी लिखने वालों को नहीं मिलता रिजर्वेशन

सभी मोदी ओबीसी नहीं होते। यहां तक कि नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के लिए ओबीसी की केंद्रीय सूची में "मोदी" नाम से कोई समुदाय या जाति नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी जिस जाति से हैं - घांची (Ghanchi) - उसे उनके गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से लगभग 18 महीने पहले (7 अक्टूबर, 2001 को) ओबीसी की केंद्रीय सूची में शामिल किया गया था।और पढ़ें

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited