कौन हैं वो 7 अधिकारी, जो 'बदनाम' NTA की करेंगे जांच, कई पेपर लीक के बाद विवादों में फंसी है नेशनल टेस्टिंग एजेंसी

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) इन दिनों काफी विवादों में है। एनटीए की तरफ से होने वाली कई प्रवेश परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। नीट पेपर लीक विवाद के बाद एनटीए ही जांच के घेरे में आ गया है। सात अधिकारियों की एक हाई लेवल कमेटी एनटीए की जांच करेगी।

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NTA की जांच करेगी हाई लेवल कमेटी

NEET और NET परीक्षाओं में अनियमितताओं की जिम्मेदारी लेने वाले शिक्षा मंत्रालय ने भविष्य में ऐसी गड़बड़ी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है।

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के. राधाकृष्णन करेंगे जांच की अध्यक्षता

सरकार ने एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में शनिवार को एक समिति गठित की है।

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कौन है और बाकी सदस्य

समिति में उनके अलावा अन्य सदस्य एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.जे. राव, आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर एमिरिटस राममूर्ति के., पीपुल स्ट्रांग के सह संस्थापक पंकज बंसल और आईआईटी दिल्ली के डीन (छात्र मामले) प्रो. आदित्य मित्तल को शामिल किया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल को सदस्य सचिव बनाया गया है।

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जांच समिति का काम

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि समिति का उद्देश्य एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं के पारदर्शी और कदाचार मुक्त आयोजन के लिए सुझाव देना है। इसके लिए वह परीक्षा की प्रक्रिया का शुरू से लेकर अंत तक विश्लेषण करेगी और तंत्र में सुधार के लिए सुझाव देगी जिससे किसी संभावित लीकेज को टाला जा सके।

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एनटीए में सुधार पर देगी सुझाव

समिति एनटीए के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव पर भी अपने सुझाव देगी ताकि डाटा सुरक्षा और परीक्षा प्रक्रियाओं में सुझाए गये सुधारों को लागू किया जा सके। प्रश्न पत्र तैयार करने और परीक्षा की अन्य प्रक्रियाओं से जुड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल की भी वह जांच करेगी तथा सुझाव देगी।

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क्या है एनटीए

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की स्थापना उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश/फेलोशिप के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के लिए एक प्रमुख, विशेषज्ञ, स्वायत्त और आत्मनिर्भर परीक्षण संगठन के रूप में की गई है।

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क्यों बदनाम हुआ एनटीए

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने और कुछ छात्रों को ग्रेस अंक दिए जाने सहित कई अनियमितताएं सामने आई थीं। यूजीसी नेट परीक्षा में भी पेपर लीक के बाद एग्जाम रद्द करना पड़ गया। इसके बाद CSIR-UGC-NET परीक्षा में स्थगित कर दिया गया है।