किसान परिवार से है सिद्दारमैया, कभी जिस कांग्रेस के थे धुर विरोधी, उसी का दामन थाम बनेंगे दूजी बार मुख्यमंत्री

वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम सिद्धरमैया दक्षिण भारतीय सूबे कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। वह इस राज्य की दूसरी बार कमान संभालेंगे। रोचक बात है कि गरीब किसान परिवार से नाता रखने वाले सिद्दारमैया जिस कांग्रेस पार्टी को कभी कोसा करते थे, अब उसी के जरिए दूसरी बार सीएम बनने जा रहे हैं। आइए, जानते हैं उनके बारे में:

जेडीएस से कर दिए गए Out
01 / 05

जेडी(एस) से कर दिए गए Out

सिद्धरमैया 1980 के दशक की शुरुआत से 2005 तक कांग्रेस के धुर विरोधी थे। हालांकि, पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडी(एस) से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने वह ‘हाथ’ (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) थाम लिया, जिसका वह विरोध करते थे।

CM की महत्वाकांक्षा 2013 में भी हुई थी पूरी
02 / 05

CM की महत्वाकांक्षा 2013 में भी हुई थी पूरी

धैर्य, दृढ़ता और स्पष्टवादिता के लिए जाने जाने वाले अनुभवी राजनेता सिद्धरमैया की राज्य की बागडोर संभालने की महत्वाकांक्षा 2013 में पूरी हुई जब कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया।

नौ बार रह चुके हैं MLA
03 / 05

नौ बार रह चुके हैं MLA

नौ बार के विधायक सिद्धरमैया को इन्हीं गुणों ने पांच साल के अंतराल के बाद एक बार फिर इस पद पर पहुंचाया है। उन्हें राज्य में पार्टी की सरकार का दूसरी बार नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में फिर से चुना गया है।

75 साल के नेता का यह आखिरी चुनाव
04 / 05

75 साल के नेता का यह आखिरी चुनाव

कांग्रेस नेता (75) ने पहले ही घोषणा की थी कि हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा। उन्होंने अपनी यह महत्वाकांक्षा भी नहीं छिपाई कि वह अपनी सक्रिय सियासी पारी को “ऊंचाई” पर विराम देना चाहते है।

कांग्रेस के कई दिग्गजों को लगा चुके हैं किनारे
05 / 05

कांग्रेस के कई दिग्गजों को लगा चुके हैं किनारे

मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में कांग्रेस के दिग्गजों को किनारे लगाने का श्रेय भी सिद्धरमैया को जाता है। इस बार उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार से बाजी मारी तो वहीं 2013 में उन्होंने एम. मल्लिकार्जुन खरगे (मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष व तत्कालीन केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री) को पीछे छोड़ा था।और पढ़ें

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited