किसकी गलती से पटरी से उतरी डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस, क्या है धमाके वाली कहानी? जो बता रहा लोको पायलट
चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ को जानेवाली डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस गुरुवार को उत्तर प्रदेश में गोंड़ा के पास पटरी से उतर गई। डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे में अबतक 4 की मौत और 20 घायल हो चुके हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार 8-10 डिब्बे डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरे हैं। अब सवाल ये है कि आखिर किसकी गलती के कारण डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी उतरी, पटरी खराब थी, कोई साजिश हुई या फिर ट्रेन ड्राईवर या गार्ड की गलती थी?
कहां पलटी डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस
उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार को बड़ा रेल हादसा हो गया। यहां गोरखपुर होते हुए चंडीगढ़ से असम जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। राहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रेल हादसे में अब तक दो यात्रियों की मौत हो गई है। जबकि, 20 लोग घायल हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए हैं।
कई ट्रेनें कैंसिल
उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार दोपहर को हुए रेल हादसे के बाद कई ट्रेन कैंसिल कर दी गई है। जबकि, कई ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं। मौके पर राहत और बचाव का कार्य चल रहा है। यात्रियों के लिए स्पेशल रेक और बस की सुविधा मुहैया कराई गई है। रेल मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक दो ट्रेन कैंसिल की गई है और 11 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। गोंडा स्टेशन गोरखपुर, बिहार, असम के लिए एक मुख्य मार्ग है। जहां से रोजाना सैकड़ों ट्रेनें गुजरती हैं।
लोको पायलट के धमाके वाली बात
डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की जांच शुरू हो गई है। रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ,गोंडा हादसे की जांच कई एंगल से भी की जाएगी। क्या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं? क्योंकि गोंडा में हुए रेल हादसे में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के लोको पायलट ने धमाके की आवाज सुनी थी।
कौन करेगा डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे की जांच
गोंडा रेल हादसे की जांच का आदेश रेलवे ने दिया है। रेलवे ने सीआरएस जांच का आदेश दिया है। सीआरएस जांच रेलवे की सबसे उच्च स्तरीय जांच है। अभी तक हादसे के कारणों और गलती को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
रेलवे हेल्प लाइन नंबर
रेलवे बोर्ड ने निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं - कमर्शियल कंट्रोल: 9957555984, फरकाटिंग (एफकेजी): 9957555966, मरियानी (एमएक्सएन): 6001882410, सिमलगुरी (एसएलजीआर): 8789543798, तिनसुकिया (एनटीएसके): 9957555959, डिब्रूगढ़ (डीबीआरजी): 9957555960।
जान बचाकर किसी तरह से निकले लोग
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रेन के यात्री झुके हुए स्लीपर कोच की आपातकालीन खिड़कियों और दरवाजों से बाहर निकले और अपना सामान बाहर निकालने की जुगत में लगे रहे। एसी कोच में यात्रियों ने एक-दूसरे की मदद से खिड़कियों के शीशे तोड़कर घायलों और फंसे लोगों को बाहर निकाला। बचावकर्मियों के पहुंचने से पहले ही यात्री पास की पटरी के पास बैठ गए और अपने सह-यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
बदल गया कई ट्रेनों का रूट
हादसे के कारण कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस और गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस समेत 10 रेलगाड़ियों को मार्ग बदलकर संचालित किया जा रहा है।
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