बिहार के खेतों में दरार क्यों, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड में बारिश से बाढ़ तो बिहार में सूखा कैसे?
देश के कई राज्यों में इस समय भारी बारिश से तबाही मची है। कहीं बाढ़ से तबाही मची है, कहीं भूस्खलन से तो कहीं बादल फटने से। लेकिन एक राज्य जहां धान की पैदावार अच्छी होती है, वह सूखे की कगार पर पहुंचा है। बिहार से मॉनसून ऐसा रूठा है कि बादल तो दिख रहे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। सिर्फ बूंदा-बांदी ही हो रही है।
बिहार में सूखा
बिहार के कई जिलों में अब सूखे की आहट सुनाई देने लगी है। मानसून की बेरूखी से प्रदेश के किसान संकट में हैं। सावन महीने में लोगों को झमाझम बारिश का इंतजार था, लेकिन इस महीने के भी दो हफ्ते निकलने को हैं, अब तक बारिश का किसान इंतजार ही कर रहे हैं।
धान की रोपाई सिर्फ 50 प्रतिशत
कई इलाकों में बारिश नहीं होने के कारण खेतों में दरार पड़ रही है, इस कारण धान की रोपाई नहीं हो पाई है। आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में अब तक 55 से 60 प्रतिशत ही धान की रोपाई हो सकी है। इसमें कोई शक नहीं है कि बिहार में ज्यादातर किसान धान की फसल करते हैं।
दक्षिण बिहार में सूखा
बताया जाता है कि उत्तर बिहार से ज्यादा खराब स्थिति दक्षिण बिहार की है। इस साल प्रदेश में 36 लाख 56 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है। जबकि अभी तक 55 से 60 फीसदी ही धान की रोपाई हो सकी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल 20 प्रतिशत तक धान के उत्पादन में कमी आ सकती है।
समान्य से 37 प्रतिशत कम बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में जून और जुलाई के महीने में सामान्य से 37 प्रतिशत बारिश कम हुई है। बारिश कम होने से धान की रोपाई की गति सुस्त पड़ गई है।
फसल बचानी बड़ी चुनौती
कई किसान ऐसे भी हैं जो किसी अन्य व्यवस्था से सिंचाई कर धान की रोपाई कर चुके हैं, लेकिन अब उनके सामने धान की फसल को बचाने की चिंता है।
किन जिलों में ज्यादा हालात खराब
बिहार के औरंगाबाद, बांका, गया, अरवल, जहानाबाद, नवादा, लखीसराय जैसे इलाकों में 12 से 40 प्रतिशत ही धान की रोपाई हो सकी है। वहीं सारण, भोजपुर, पटना जैसे जिलों में 40 से 50 प्रतिशत की रोपाई हो चुकी है।
कहां- कहां फटा बादल
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बारिश के कारण बादल फटने की कई घटनाएं देखने को मिली हैं। मंडी में बादल फटने के बाद 11 से अधिक लोग लापता हैं। जबकि रामपुर में लापता लोगों की संख्या बढ़कर 36 पहुंच गई है। इसके अलावा उत्तराखंड के टिहरी जनपद के घनसाली में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई है और एक अन्य के घायल होने की सूचना है।
दुनिया की वो अनोखी जगहें जहां ग्रैविटी नहीं करती काम
Nov 23, 2024
खाक हुई 1978 Porsche 911 Safari, रैली में गई थी 5 करोड़ की विंटेज कार
IPL ऑक्शन में इन पांच खिलाड़ियों पर हुई है पैसों की बरसात, जानिए कौन है टॉप पर
घर में ही शॉपिंग मॉल खोले बैठे हैं ये सितारे.. जूते-कपड़े रखने के लिए है चार कमरे बराबर जगह, Walking Wardrobe देख फटी रह जाएंगी आंखें
इरफान ने पत्नी के मूड से की पर्थ पिच की तुलना, जानें क्या है मामला
Numerology: इस मूलांक वालों से कभी नहीं लें पंगा, इनकी कही हर बात हो जाती है सच!
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited