भले ही घोस्ट टाउन कहलाता हो धनुषकोडी, रामसेतु की असली खूबसूरती तो यहीं से दिखेगी

रामसेतु के बारे में तो आप जानते ही हैं। भगवान श्रीराम ने माता सीता को रावण के चंगुल से छुड़ाने के लिए इसका निर्माण कराया था। हाल ही में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अंतरिक्ष से ली गई रामसेतु की तस्वीरें साझा की हैं, जो बहुत ही शानदार लग रही हैं। इसी रामसेतु के करीब धनुषकोडी एक जगह है जो बेहद खूबसूरत है। लेकिन इस शहर को घोस्ट टाउन कहा जाता है। भगवान राम के नाम से जुड़ा होने के बावजूद इसे भूतिया शहर क्यों कहा जाता है ये हम इस गैलरी में जानेंगे। लेकिन बता दें कि रामसेतु की असली खूबसूरती यहीं से दिखती है।

रामेश्वरम से 18 किमी दूर
01 / 08

रामेश्वरम से 18 किमी दूर

धनुषकोडी अपने नजदीकी शहर रामेश्वरम से 18 किमी दूर श्रीलंका की ओर एक टापू है। यह उस जगह पर मौजूद है, जहां बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर का मिलन होता है।

धनुषकोड़ी ऐसे बना भूतिया शहर
02 / 08

धनुषकोड़ी ऐसे बना भूतिया शहर

धनुषकोडी एक समय पर जीवंत शहर था, जिसमें रेलवे स्टेशन, पोस्ट ऑफिस और कई अन्य सुविधाएं मौजूद थीं। लेकिन साल 1964 में आए भीषण चक्रवाती तूफान ने इस शहर को उजाड़ दिया और यह भूतिया शहर कहलाने लगा।

समुद्र में समा गई ट्रेन
03 / 08

समुद्र में समा गई ट्रेन

22 दिसंबर 1964 को आए भीषण तूफान ने धनुषकोडी में भयंकर तबाही मचा दी। इस तूफान की वजह से पंबन-धनुषकोडी पैसेंजर ट्रेन समुद्र में समा गई, जिसमें करीब 200 लोगों की जान चली गई। इस तूफान के बाद सरकार ने धनुषकोडी को रहने योग्य नहीं माना और शहर खाली हो गया।

भारत का अंतिम छोर
04 / 08

भारत का अंतिम छोर

धनुषकोडी को आमतौर पर भारत का अंतिम छोर माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह रामेश्वरम के सबसे दक्षिणी हिस्से में मौजूद है।

रामसेतु के दर्शन
05 / 08

रामसेतु के दर्शन

धनुषकोडी राम सेतु के काफी करीब है। यह पंबन द्वीप जिसे रामेश्वरम द्वीप के नाम से भी जाना जाता है और श्रीलंका के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित मन्नार द्वीप के बीच चूना पत्थर की एक श्रंखला है, जिसे राम सेतु कहा जाता है और यह धनुषकोडी से साफ दिखता है।

धार्मिक मान्यता
06 / 08

धार्मिक मान्यता

रामायण के अनुसार भगवान राम ने राक्षस राज रावण की कैद से अपनी पत्नी सीता को छुड़ाने के लिए यहां पर राम सेतु का निर्माण किया था।

पुराने अवशेष
07 / 08

पुराने अवशेष

धनुषकोडी में आज भी पुराने रेल ट्रैक और अन्य बिखरे स्ट्रक्चर मौजूद हैं, जो गवाही देते हैं कि एक समय यह बहुत ही सजीव शहर था और यहां लोग सुख-समृद्धि से रहते थे।

पर्यटकों के लिए स्वर्ग
08 / 08

पर्यटकों के लिए स्वर्ग

रामसेतु देखना हो या पुराने उजड़ चुके धनुषकोडी शहर को, यह पर्यटकों के बीच खासा मशहूर है। जो लोग इतिहासिक और धार्मिक यात्रा करना चाहते हैं उनके लिए धनुषकोडी में बहुत कुछ है।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited