जगुआर-मिराज का बाप साबित होगा तेजस मार्क-2! आते ही कर देगा मिग-29 की छुट्टी, ब्रह्मोस से होगा लैस

भारत जिस तेजस मार्क-2 ( LCA Tejas MK-2) को तैयार कर रहा है, वो इतना खतरनाक है कि आते ही तीन खतरनाक लड़ाकू विमानों को जगुआर, मिराज 2002 और मिग-29 की छुट्टी कर देगा। इसके अलावा भारत के पास तेजस मार्क-2 के एक ऐसा फाइट जेट होगा, जो राफेल के टक्कर का होगा। इस तरह के जेट पर चीन भी काम कर रहा है। वहीं पाकिस्तान के पास तेजस मार्क-2 के जैसा कोई फाइटर जेट नहीं होगा। तेजस मार्क 2 जल्द ही अपनी पहली उड़ान भरेगा और उसके बाद वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा।

 कितना खतरनाक है तेजस मार्क-2
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कितना खतरनाक है तेजस मार्क-2

तेजस मार्क 2 काफी प्रभावशाली हैं। यह सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट होगा। इसकी लंबाई लगभग 14.2 मीटर, पंखों का फैलाव 8.5 मीटर और ऊंचाई 4.4 मीटर है। इसका वजन लगभग 17.5 टन है, जो इसे मध्यम वजन की श्रेणी में रखता है। इसके अलावा, इसे 6.5 टन के भारी पेलोड को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। तेजस मार्क 2 में कई तरह के हथियार हैं, जो इसे वाकई एक दमदार विमान बनाते हैं। इसके विशाल प्रदर्शन में हवा से हवा, हवा से जमीन और जहाज रोधी मिसाइलों के साथ-साथ बमों की एक लंबी सीरीज शामिल यह एक प्रभावी 23 मिमी ट्विन-बैरल तोप से भी लैस है।और पढ़ें

 कब आएगा तेजस मार्क-2
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कब आएगा तेजस मार्क-2

स्वदेशी आधुनिक लड़ाकू विमान एलसीए तेजस मार्क-2 के 2025 में अपनी पहली उड़ान भरने की संभावना है। भारतीय वायुसेना इस स्वदेशी और आधुनिक लड़ाकू विमान को में 2035 तक अपने बेड़े में शामिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। तेजस मार्क-2 इसके ही पूर्ववर्ती एलसीए तेजस मार्क-1 का आधुनिक वर्जन है। तेजस भारत की रक्षा प्रयोगशालाओं द्वारा निर्मित किया गया विमान है। यह सिंगल इंजन डेल्टा विंग बहुउद्देशीय हल्का लड़ाकू विमान है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने तैयार किया है। इस विमान की पहली स्क्वाड्रन को भारतीय वायुसेना में 2016 में शामिल किया गया था।और पढ़ें

 तेजस मार्क-2 किसकी लेगा जगह
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तेजस मार्क-2 किसकी लेगा जगह

तेजस एमके2 लड़ाकू विमान की भविष्य में भारतीय वायुसेना में बड़ी भूमिका है - वे अगले दशक के अंत तक भारत के जगुआर, मिराज-2000 और मिग-29 बेड़े की जगह लेंगे। भारतीय वायु सेना के मौजूदा समय में एक दर्जन मिग-29, 50 से ज़्यादा मिराज 2000 और लगभग 160 यू.के. निर्मित SEPECAT जगुआर हैं।

तेजस मार्क-2 से पाकिस्तान और चीन पर क्या पड़ेगा प्रभाव
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तेजस मार्क-2 से पाकिस्तान और चीन पर क्या पड़ेगा प्रभाव

पाकिस्तान के पास सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान एफ-16 है, जो तेजस मार्क-2 से कम खतरनाक है। तेजस स्वदेशी है, जबकि एफ-16 के पार्टिस के लिए पाकिस्तान को अमेरिका पर निर्भर रहना पड़ता है। अब चीन की बात करें तो चीन के पास स्थिति थोड़ी बेहतर है। चीन के पास पांचवीं पीढ़ी के दो लड़ाकू विमान पहले से मौजूद हैं, जबकि वो मध्यम वजन का पांचवीं पीढ़ी का एक विमान बना रहा है। जिसे पाकिस्तान खरीद सकता है।और पढ़ें

तेजस मार्क-2 की कितनी स्पीड
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तेजस मार्क-2 की कितनी स्पीड

तेजस मार्क-2 में जो इंजन लगा होगा वो एफ-414 इंजन होगा, जो काफी ताकतवर है, दुनिया के खतरनाक लड़ाकू विमान में इस तरह का इंजन प्रयोग में होता है। इससे यह अधिक ताकतवर हो जाएगा। यह एक सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट है। तेजस मार्क-2 की खासियत इसकी गति होगी। यह अधिकतम 2385 किमी/घंटा की स्पीड से उड़ेगा जो आधुनिक जेट को टक्कर देगा। और पढ़ें

तेजस मार्क 2 में कौन-कौन से मिसाइल
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तेजस मार्क 2 में कौन-कौन से मिसाइल

तेजस मार्क की रेंज 3,500 किलोमीटर है। तेजस एमके-2 में Air-to-air missile- MICA, ASRAAM, Meteor, Astra, NG-CCM, Air-to-surface missile- BrahMos, LR-ALCM, Rudram, Storm Shadow, Crystal Maze, मिसाइल लगे होंगे। इसके अलावा तेजस मार्क- 2 कई प्रकार के बम से भी लैस होगा।

तेजस मार्क-2 की खासियत
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तेजस मार्क-2 की खासियत

इसमें आधुनिक एवियॉनिक्स, डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम (फ्लाई-बाय-वायर) भी शामिल होगा। इस विमान का डिजाइन पूरा कर लिया गया है। तेजस मार्क 2 उत्तम एईएसए रडार के एक संस्करण से लैस होगा, इसमें एक एकीकृत आईआरएसटी प्रणाली भी होगी। तेजस मार्क 2 शुरुआत में 82% स्वेदेशी होगा, इसके बाद यह इंजन के लाइसेंस प्राप्त उत्पादन के बाद 90% को पार कर जाएगा।और पढ़ें

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