लगातार दुनिया को हैरान कर रहा चीन; धरती पर उतारा 'सूर्य'; 10 करोड़ डिग्री तापमान दर्ज

China Artificial Sun: चीन एक के बाद एक दुनिया को अपने कारनामों से प्रभावित कर रहा है। अब चीन के 'कृत्रिम सूर्य' यानी न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया, जो साफ सुथरी ऊर्जा हासिल करने की ओर तेजी से बढ़ाया गया कदम है। Experimental Advanced Superconducting Tokamak (EAST) न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर ने 1,066 सेकंड तक सुपर-हॉट प्लाज्मा बनाए रखने में सफलता हासिल की।

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कृत्रिम सूर्य का नया रिकॉर्ड

लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, EAST ने 1,066 सेकंड तक सुपर-हॉट प्लाज्मा बनाए रखने में कामयाबी हासिल की। यह रिकॉर्ड 403 सेकंड के पिछले रिकॉर्ड से दोगुना से भी अधिक है। इस दौरान वैज्ञानिकों ने 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस से ज्यादा का प्लाज्मा तापमान हासिल किया।

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कैसे मिला 'कृत्रिम सूर्य' नाम

न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर को 'कृत्रिम सूर्य' का नाम दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर सूर्य के सामान तरीके से ही ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। इसमें दो हल्के परमाणुओं को अत्यधिक तापमान और दबाव के माध्यम से मिलाकर एक भारी परमाणु बनाया जाता है।

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रिएक्टर्स प्रेशर

वैज्ञानिकों का मानना है कि धरती पर बने रिएक्टरों में सूर्य के समान दबाव नहीं होता है। इसी वजह से तो उन्हें बहुत अधिक तापमान में चलाया गया है।

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असीमित ऊर्जा का साधन

न्यूक्लियर फ्यूजन से लगभग ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन या अत्यधिक मात्रा में परमाणु कचरे के बिना ही असीमित ऊर्जा मिल सकती है। हालांकि, पिछले 70 सालों से इस तकनीक पर काम चल रहा है।

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क्या है खास

EAST एक मैग्नेटिक कोफाइनमेंट रिएक्टर या टोकामक है जिसे प्लाज्मा को लंबे समय तक जलाने रखने के लिए डिजाइन किया गया है। इस तरह के रिएक्टरों ने कभी भी प्रज्वलन हासिल नहीं किया है, लेकिन नया रिकॉर्ड एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर

EAST दुनिया भर में मौजूद कई न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टरों में से एक है, लेकिन वे सभी वर्तमान में जितनी ऊर्जा का उत्पादन करते हैं उससे कहीं ज्यादा का इस्तेमाल कर रहे हैं।