सितारों की बारिश से रोशन होगा आसमान, भारत में ऐसे देख सकेंगे आप; नोट करें समय

Ursids Meteor Shower 2024: साल 2024 अलविदा कहने को तैयार बैठा है और उससे पहले हम आसमान को रोशन होते हुए देखेंगे। जैसे-जैसे रात के समय तापमान में गिरावट आ रही होगी, ठीक वैसे ही आसमान में आतिशबाजी जैसा नजारा दिखाई देगा। दादियों और नानियों की कहानियों में इसे 'टूटते तारों' की बरसात कहा जाता था और विज्ञान की दुनिया में यह उल्का बौछार या उल्कापात के नाम से प्रसिद्ध है तो चलिए साल के आखिरी माह में होने वाली उर्सिड्स उल्का बौछार के बारे में जान लेते हैं जिसे देखने का समय आ गया है।

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उर्सिड्स मेटियोर शॉवर 2024

उर्सिड्स मेटियोर शॉवर 17 से 26 दिसंबर के बीच सक्रिय रहेगी तथा 22-23 दिसंबर को सितारों की बरसात अपने चरम पर होगी। आमतौर पर उर्सिड्स मेटियोर शॉवर के दौरान आसमान में प्रति घंटे 4-5 उल्काएं दिखाई देती हैं।

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फींकी नजर आएगी सितारों की बरसात

सितारों की बारिश ऐसे समय पर हो रही है जब 'कोल्ड मून' अपनी चांदनी बिखेर रहा है। दरअसल, साल की आखिरी पूर्णिमा को 'कोल्ड मून' कहा जाता है। ऐसे में चांदनी उल्का बौछार की दृश्यता को मंद कर सकती है।

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भारत में कब दिखेगा नजारा

आप और हम भी उर्सिड्स मेटियोर शॉवर का लुत्फ उठा सकते हैं। यह उल्का बौछार 22-23 दिसंबर को अपने चरम पर होगी। इस दौरान आसमानदर्शी प्रतिघंटे 10 उल्काओं को देख सकते हैं।

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कैसे पड़ा उर्सिड्स नाम?

इस उल्कापात को उर्सिड्स नाम उरसा माइनर तारामंडल की वजह से मिला है। दरअसल, 8P/टटल धूमकेतु की वजह से उत्पन्न होने वाली उल्काएं उरसा माइनर तारामंडल की दिशा से निकलती हैं।

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उर्सिड्स को कैसे देखें?

उर्सिड्स उल्का बौछार का आनंद लेने के लिए आपको किसी अंधेरी और शांत जगह को चुनना चाहिए। उत्तरी गोलार्ध में इस मेटियोर शॉवर का दिलकश नजारा दिख सकता है।

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सितारों की बारिश देखने का समय?

उर्सिड मेटियोर शॉवर पूरी रात सक्रिय रहेगी। उल्का बौछार को देखने का सबसे बढ़िया समय तड़के होता है जब उल्का आसमान में अपने उच्चतम बिंदु पर होता है।