1200 तारे नष्ट, 30 से ज्यादा सुपरनोवा ब्लास्ट; महज एक सेकंड में ब्रह्मांड में और क्या-क्या होता है?

Universe Secrets: ब्रह्मांड अनंत रहस्यों से भरा हुआ है और आए दिन खगोलविद नए-नए रिसर्च की मदद से नए रहस्यों से पर्दा उठा रहे हैं। जिसकी बदौलत ब्रह्मांड को लेकर हमारी समझ पहले से बेहतर हुई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि महज एक सेकंड में ब्रह्मांड में क्या कुछ बदल जाता है। खगोलविदों के मुताबिक, ब्रह्मांड में महज एक सेकंड में काफी उथल-पुथल होती है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। खगोलविद खुद जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप और हबल स्पेस टेलीस्कोप की मदद से ब्रह्मांड की गहराइयों में झांककर रोमांचित होते हैं।

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ब्रह्मांड में हर पल क्या होता है?

Black Holes: ब्रह्मांड में हर सेकंड काफी कुछ बदलता है। अब आप इसी से समझ लीजिए की हर सेकंड लगभग 120 ब्लैक होल पैदा होते हैं जिनमें से एक ब्लैक होल बड़े आकार का होता है।

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तारों के जन्म और मृत्यु की कहानी

Stars Formation: ब्रह्मांड में हर सेकंड नए तारों का जन्म होता है और कुछ तारे नष्ट भी हो जाते हैं। यह सतत प्रक्रिया है। आकड़ों की बात करें तो हर सेकंड लगभग 1200 तारों नष्ट हो जाते हैं और लगभग 60,000 नए तारों का जन्म होता है।

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सुपरनोवा विस्फोट

Supernova Blast: ब्रह्मांड में एक सेकंड की अवधि में 30 से ज्यादा सुपरनोवा विस्फोट होते हैं। दरअसल, किसी तारे के जीवन के अंतिम समय पर होने वाला भयंकर विस्फोट ही सुपरनोवा कहलाता है।

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काफी ज्यादा ऊर्जा पैदा करता है सूर्य

Suns Energy: आकाशगंगा में मौजूद अनंत तारों में से एक सूर्य, जो आकाशगंगा की परिक्रमा कर रहा है, प्रति सेकंड लगभग 10 लाख टन हाइड्रोजन जितनी ऊर्जा पैदा करता है।

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चौंका देगी प्रकाश की रफ्तार

Speed of Light: निर्वात या वैक्यूम में प्रकाश की रफ्तार लगभग 3 लाख किमी प्रति सेकंड होती है। जिसका मतलब साफ है कि एक सेकंड की अवधि में रोशनी लगभग 3 लाख किमी की दूरी तय करती है।

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आसमान में मंडराते उल्कापिंड

Meteorite: रिपोर्ट के मुताबिक, हर सेकंड लगभग 2,000 उल्कापिंड पृथ्वी के वायुमंडल में दाखिल होते हैं और जब यह दाखिल होते हैं तो जलने लगते हैं, जिन्हें आमतौर पर टूटता हुआ तारा कहा जाता है।

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घूमती हुई आकाशगंगा

Milky Way: हमारी घरेलू मिल्की-वे आकाशगंगा 210 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से घूमती है और एक सेकंड में 500 मीटर तक आगे बढ़ जाती है। एक थ्योरी कहती है कि मिल्की-वे अरबों सालों बाद पड़ोसी एंड्रोमेडा आकाशगंगा से टकरा सकती है।