Chanakya Niti: कितनी वफादार है आपकी पत्नी, आचार्य चाणक्य की इन बातों से चल जाएगा पता

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य ने एक नीति में बताया है कि कैसे और किन परिस्थितियों में अपने खास सगे-संबंधियों, दोस्तों और पत्नी की परीक्षा होती है। आपकी पत्नी कितनी वफादार है, उसका पता चाणक्य नीति में बताई कुछ बातों से चल जाता है।

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चाणक्य ने बताए टिप्स

चाणक्य ने कुछ टिप्स बताए हैं जिनके माध्यम से हम जान सकते हैं कि कोई दोस्त, संबंधी, नौकर और पत्नि विश्वसनीय है या नहीं। तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें-

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पत्नी को ऐसे परखें

पत्नी को परखने के लिए उसके सामने अपनी गरीबी और परेशानी दिखानी होगी। या फिर ऐसा दिखाना होगा कि हमारे पास धन खत्म हो गया है फिर देखना होगा कि क्या ऐसी परिस्थिति में यानी गरीबी हालत में भी क्या आपकी पत्नी आपका साथ देती है।

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चाणक्य का मंत्र

चाणक्य कहते हैं कि विपरीत परिस्थिति में पत्नी आपका साथ दे तो वह सच्ची जीवनसाथी (अर्धांगिनी) है और यदि नहीं तो सिर्फ एक छलावा, झूठ है। इससे पता चलता है कि पत्नी का प्रेम धन के कारण था या वास्तविक।

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करीबियों को ऐसे परखें

दोस्त और सगे- संबंधियों को परखने के लिए हमें खुद को संकट या मुसीबत में पड़ा हुआ बताना चाहिए और फिर देखना चाहिए कि वह कौन से हमारे मित्र या सगे संबंधी है जो हमारी मदद करने के लिए आगे आते हैं।

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क्या कहती है चाणक्य नीति

अध्याय 1 श्लोक 12 के अनुसार किसी रोग से पीड़ित होने पर, दुख के आने पर, अकाल पड़ने पर, शत्रु की ओर से संकट आने पर, राजसभा में, श्मशान में और किसी की मृत्यु होने पर जो व्यक्ति साथ नहीं छोड़ता वही सच्चा बंधु या दोस्त माना जाता है।

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मन में उठता है सवाल

एक इंसान के जीवन में उसकी पत्नी, दोस्त, सगे- संबंधी होते हैं। इन सब लोगों से ही उसका जीवन घिरा रहता है। पर क्या ये सारे लोग सच्चे होते हैं या सिर्फ अपने मतलब और फायदे के लिए किसी इंसान के साथ रहते हैं।

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सेवक की वफादारी

नौकर की विश्वसनीयता परखने के लिए उसे जिम्मेदारी वाला काम दें। चाणक्य कहते हैं कि जब सेवक को जिम्मेवारी वाले कार्य पर नियुक्त किया जाएगा तभी पता चलेगा कि वह कितना योग्य है।

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ऐसे रखें नौकर को

नौकर की विश्वसनीयता परखने के लिए उसे पैसों से संबंधित काम दे दें। और फिर इस तरह से उसकी निगरानी करें कि उसे पता भी न चलें। अगर वह चोरी करता है तो चोरी करते वक्त ही पकड़ा जाए।