जन्माष्टमी के दिन खीरे से करें ये खास उपाय, संतान सुख की होगी प्राप्ति

जन्माष्टमी का त्योहार हर साल भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल 26 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन खीरे ये कुछ खास उपाय को करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। आइए जानें इस दिन खीरे का उपाय कैसे करें।

शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी की पूजा बिना खीरे के अधूरी मानी जाती है। इस दिन की पूजा में खीरे का बहुत ही खास महत्व है। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर खीरे के द्वारा किया गया खास उपाय भी शुभ फलदायी होता है। ऐसे में आइए जानें जन्माष्टमी पर खीरे का प्रयोग कैसे करें।
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शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी की पूजा बिना खीरे के अधूरी मानी जाती है। इस दिन की पूजा में खीरे का बहुत ही खास महत्व है। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर खीरे के द्वारा किया गया खास उपाय भी शुभ फलदायी होता है। ऐसे में आइए जानें जन्माष्टमी पर खीरे का प्रयोग कैसे करें।

 खीरे को काटकर
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​ खीरे को काटकर ​

जन्माष्टमी के दिन खीरे को काटकर उसके तने से अलग किया जाता है और उसके अंदर बाल गोपाल की छोटी सी प्रतिमा डालें।

गर्भाशय
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​गर्भाशय ​

जन्म के समय जिस तरह बच्चों को गर्भनाल काट कर गर्भाशय से अलग किया जाता है। उसी तरह खीरे को बीच से काटकर कान्हा का जन्म कराएं।

खीरे का प्रयोग
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​खीरे का प्रयोग​

जन्माष्टमी के अवसर पर डंठल और हल्की सी पत्तियों वाले खीरे को कान्हा की पूजा में प्रयोग करें।

भोग लगाने के बाद
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​भोग लगाने के बाद​

भोग लगाने के बाद उस खीरे को उस स्त्रियों को खीला दें जिनको संतान की चाह हो। ऐसा करने से उनको संतान सुख की प्राप्ति होगी।

जन्माष्टमी का व्रत
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​जन्माष्टमी का व्रत​

इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा। इस खास दिन रात 12 बजकर 1 मिनट से लेकर 12 बजकर 45 मिनट तक कृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त में रहेगा।

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