Inauspicious Idols for house temple: इन मूर्तियों को घर में रखना हो सकता है अशुभ, वास्तु शास्त्र में वर्णित है ये मान्यता

Inauspicious Idols for house temple: घर में अगर देवी-देवताओं का वास हो तो घर और उसमें रहने वाले लोगों का जीवन खुशहाली और समृद्धि भरा रहता है। मंदिर घर की शोभा को अलग ढंग से बढ़ाता है क्योंकि वो स्थान होता है जहां से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार देवी-देवताओं की कुछ ऐसी मूर्तियां हैं जिन्हें घर के मंदिर में रखना अशुभ माना जाता है और इससे आपके जीवन में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। ऐसे में चलिए जानते हैं क‍ि वो मूर्तियां कौन सी हैं।

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नटराज

वेदों में भगवान शिव के रौद्र स्वरूप का वर्णन मिलता है, ऐसे में भगवान शिव का एक रूप नटराज का है जो अत्यंत ही अनोखा और विकराल होता है। जिसकी मूर्ति में भगवान अपना प्रलयकारी नृत्य तांडव करते हुए और एक असुर का वध करते हुए नजर आते हैं।

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क्यों नहीं रखी जाती नटराज की मूर्ति

वास्तु शास्त्र के अनुसार नटराज की मूर्ति को कभी भी घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए क्योंकि ये भगवान के क्रोध को दर्शाता है। घर के पूजा घर में नटराज की मूर्ति रखने से व्यक्ति के जीवन में अशांति और तनाव बढ़ सकता है।

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मां काली

मां भवानी की शक्ति का ही एक स्वरूप मां काली का है। मां काली का रूप बेहद ही भयानक और उग्र होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता के इस स्वरूप के कठोर पूजा-विधान हैं जिनमें से अधिकतर अर्ध रात्रि के समय किए जाते हैं।

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शनि देव

पौराणिक और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार शनि देव को न्याय और कर्म फल का देवता माना जाता है। मनुष्य पाप और पुण्य का भागीदार अपने जीवन काल में किए गए कर्मों की वजह से होता है। ऐसे में शनि देव उन्हीं कर्मों का परिणाम व्यक्ति को घटनाओं के रूप में दिखाते हैं।

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शनि देव की मूर्ति

ऐसा कहा जाता है कि शनि देव की दृष्टि से कोई नहीं बचता है और जहां पर उनकी दृष्टि पड़ जाती है वहां पर कष्ट और संकट आने शुरू हो जाते हैं। वास्तु के अनुसार शनि देव की मूर्ति को घर में पूजने की जगह बाहर शनि मंदिर में पूजा जाता है।

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नोट

इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। timesnowhindi.com इसकी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता है। इसलिए किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की राय जरूर लें।