Mahabharat: वो 5 बातें जो कर्ण को अर्जुन से ज्यादा महान बनाती हैं

कर्ण को महाभारत काल का एक सर्वश्रेष्ठ योद्धा माना जाता है। जिसे हरा पाना लगभग असंभव था। यही वजह है कि उसे पराजित करने के लिए अर्जुन को छल का सहारा लेना पड़ा था। यहां हम आपको बताएंगे ऐसी 5 बातें जो कर्ण को अर्जुन से ज्यादा महान बनाती हैं।

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महाभारत काल का शक्तिशाली योद्धा कर्ण

कर्ण का नाम महाभारत के सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं में आता है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस शक्तिशाली योद्धा को पराजित करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण को देवराज इंद्र का सहारा लेना पड़ा था। कर्ण एक ताकतवर योद्धा होने के साथ-साथ बहुत बड़ा दानवीर भी था। चलिए जानते हैं ऐसी कौन सी बातें हैं जो कर्ण को अर्जुन से महान बनाती हैं।

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​अर्जुन से बड़ा दानवीर

एक बार अर्जुन ने कृष्ण भगवान से पूछा सब कर्ण की इतनी प्रशंसा क्यों करते हैं? तब कृष्ण जी ने दो पर्वतों को सोने में बदला और अर्जुन से इसे गांव में बांटने के लिए कहा। तब अर्जुन पर्वत काट काट कर गांव वालों को देने लगे लेकिन कुछ समय बाद वे थक गए। फिर श्री कृष्ण ने कर्ण को बुलाया, तो कर्ण ने बिना कुछ सोचे सारा सोना गांव वालों को दे दिया और कहा आप इसे आप में बांट लें। तब कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि कर्ण दान करने से पहले अपने हित के बारे में नहीं सोचता। यही वजह है कि वो सबसे बड़ा दानवीर कहलाता है।

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दुर्योधन का रक्षा कवच थे कर्ण

कर्ण की महानता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि युद्ध भूमि में अर्जुन भगवान कृष्ण पर आश्रित थे तो वहीं दूसरी तरफ कर्ण किसी पर आश्रित नहीं थे। बल्कि दुर्योधन के लिए वो एक रक्षा कवच थे।

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कर्ण को हराने के लिए अर्जुन को करना पड़ा छल

कर्ण अर्जुन से महान थे इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महाभारत युद्ध में अर्जुन ने कर्ण पर तब वार किया, जब कर्ण उनके रथ का पहिया भूमि में धंस गया था और वे उसे निकाल रहे थे।

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भगवान परशुराम से ली शिक्षा

जहां पांडु पुत्रों को शिक्षा गुरु द्रोण से मिली तो वहीं कर्ण ने संपूर्ण शिक्षा गुरु द्रोण के गुरु भगवान परशुराम से ली थी। इसलिए वो एक सर्वश्रेष्ठ योद्धा थे।

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कर्ण के पास था शक्तिशाली धनुष

कर्ण के पास भगवान परशुराम द्वारा दिया गया ऐसा धनुष था जिससे उन्हें कोई नहीं मार सकता था। यह एक ऐसा धनुष था जो उस योद्धा के चारों तरफ अभेद्य घेरा बना देता था जिसे कोई भेद नहीं सकता था।