Swapna Shastra: सपने में जेल और पुलिस देखना शुभ होता है या अशुभ, जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र
Swapn Shashtra, Dreams Meaning: सोने के बाद सपने देखना आम बात है। हर इंसान को सपने आते हैं और सपनों का उसका नियंत्रण नहीं है। सपने में इंसान कुछ भी देख सकता है। स्वप्न शास्त्र में सपनों का मतलब बताया गया है और यह भी बताया है कि कौन सी चीज के दिखाई देने का क्या अर्थ है। आज हम आपको बताएंगे कि सपने में पुलिस या जेल का दिखना शुभ है या अशुभ।
हर सपने का मतलब
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, आप जो भी सपना देखना है या सपने में कुछ भी देखते हैं, उसका कोई ना कोई अर्थ जरूर होता है।
शुभ-अशुभ होते हैं सपने
कुछ सपने शुभ होते हैं तो कुछ अशुभ। सपने में कुछ चीजों का दिखना संपन्नता लाता है, वहीं कुछ चीजें दिख जाएं तो परेशानियों में इजाफा होता है।
पुलिस पीछे भागने का अर्थ
सपने में देखते हैं कि पुलिस आपको पकड़ने की कोशिश कर रही है और आप आगे आगे पुलिस वाला आपके पीछे भाग रहा है तो इसका र्थ है कि जल्द ही आप किसी परेशानी में फसने वाले हो।
आने वाली है मुसीबत
अगर आप देखते हैं कि पुलिस आपके घर पुलिस गाड़ी लेकर आ रही है या तो आपके घर पर कोई मुसीबत आने वाली है।
बुरा संकेत है पुलिस देखना
सपने में पुलिस को देखना अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। यह दर्शाता है कि आप किसी कानूनी मामले में फंस सकते हैं।
रिश्तेदार पर मुसीबत
स्वप्न शास्त्र अनुसार अगर आप किसी करीबी या रिश्तेदार को पुलिस के चंगुल में देखते हैं तो इसका अर्थ है कि उन पर मुसीबत आने वाली है।
जेल में खुद को देखना
जेल के अंदर खुद को सपने में देखना अशुभ माना जाता है। ऐसा दृश्य दिखने पर वाहन चलाते वक्त सावधानी से चलाना चाहिए।
शुभ संकेत
अगर आप सपने में खुद को जेल से बाहर आते हुए देखते हैं तो यह बेहद शुभ संकेत हैं। ये आपकी किसी जीत का संकेत देता है।
पाताल लोक के हाथी राम चौधरी यूरिक एसिड के दर्द को यूं ही कर रहे थे इग्नोर, पता चलने पर चकराया सिर, आप नजरअंदाज न करें ये लक्षण
कौन है ये गेंदबाज जिसने विराट कोहली को किया पस्त, 13 साल बाद लौटा था किंग
Anupamaa 7 Maha Twist: गर्दन से दबोचकर बेटे को बाहर फेंकेगा पराग, सरेआम बाप को गायत्री का कातिल कहेगा प्रेम
पिता टीचर और मां हाउसवाइफ, इंजीनियर बेटी बनी नौसेना की पहली महिला पायलट
यूपी का कौन सा शहर है यूपीएससी की तैयारी के लिए सबसे बेस्ट, निकलते हैं सबसे ज्यादा IAS
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited