कुंडली के ये 2 योग देते हैं बहुत दुख, पिछले जन्म के कर्म से है नाता
कुंडली में जातक के जन्म से लेकर मरण तक भूतकाल, वर्तमान और भविष्य की स्थिति व घटनाक्रमों का उल्लेख होता है। इसमें आपके ग्रह नक्षत्रों का वर्णन होता है। बता दें इसमें शुभ व अशुभ दो प्रकार के योग होते हैं। यदि शुभ योग की संख्या अधिक है तो व्यक्ति का पूरा जीवन अच्छा बीतता है, वहीं कुछ योग ऐसे भी होते हैं जो आपका पूरा जीवन बर्बाद कर सकते हैं। इतना ही नहीं ये राजयोग के प्रभाव को भी भंग कर देता है।
गुरु चांडाल योग
गुरु चांडाल योग जिस जातक की कुंडली में बनता है, उसे पूरी जिंदगी दुखों का सामना करना पड़ता है। यह राजयोग के प्रभाव को भी खत्म कर देता है। इन जातकों पर हमेशा आर्थिक संकट रहता है तथा आए दिन धन हानि का सामना करना पड़ता है।
दरिद्र योग
दरिद्र योग को सबसे खतरनाक माना जाता है। ज्योतिषशात्र की मानें तो ये जाकर अरबपति के घर जन्म लेने के बाद भी कंगाल रहते हैं और इन पर हमेशा दुखों का साया बना रहता है।
ग्रहण योग
ज्योतिषशास्त्र की मानें तो जब कुंडली की युति राहु और केतु से हो जाती है तो ग्रहण योग बनता है। यह जातक को बर्बाद कर देता है। कुंडली में इस योग के होने पर जातक को लगातार दुखों का सामना करना पड़ता है।
शकट योग
शकट योग के होने पर जातक कर्ज के बोझ के तले से कभी उभर नहीं सकता। साथ ही जातक को लगातार धन हानि का सामना करना पड़ता है।
ये है सबसे अशुभ योग
ज्योतिषशास्त्र की मानें तो गुरु चांडाल योग और दरिद्र योग को सबसे अशुभ माना जाता है। इस योग के होने पर जातक कभी उभर नहीं सकता, उसे लगातार धन हानि का सामना करना पड़ता है।
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