BCCI के सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का हुआ उद्घाटन,जानिए निर्माण की लागत और खूबियां

BCCI Centre of Excellence Bengaluru: बेंगलुरू में रविवार 29 सितंबर, 2024 को बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का उद्घाटन हुआ। नेशनल क्रिकेट अकादमी यानी एनसीए के नाम को बदलकर बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सिलेंस कर दिया गया है। उद्घाटन समारोह बीसीसीआई की 93वीं वार्षिक बैठक (एजीएम) के दौरान किया गया। उद्घाटन बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला , एनसीए के निदेशक वीवीएस लक्ष्मण और मौजूदा क्रिकेटर हार्दिक पांड्या की मौजूदगी में किया। जानिए सालों के इंतजार के बाद बने बीसीसीआई के उतकृ्ष्टता केंद्र की विशेषताएं।

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निर्माण में 500 करोड़ की आई है लागत

बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के निर्माण में बोर्ड ने तकरीबन 500 करोड़ रुपये को मोटी राशि खर्च की हैं। बीसीसीआई का इसके उद्धाटन के साथ ही 40 साल पुराना सपना पूरा हुआ है।

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उत्कृष्टता केंद्र में हैं तीन मैदान

बेंगलुरू एयरपोर्ट के नजदीक निर्मित 40 एकड़ के परिसर में स्थित इस केंद्र में तीन मैदान शामिल हैं, जिनका निर्माण प्रथम श्रेणी क्रिकेट की मेजबानी के लिए आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक किया गया है। मुख्य मैदान ए में 85 गज की बाउंड्री है जिसमें मुंबई की लाल मिट्टी की 13 पिचें बनाई गई हैं, जिनपर शानदार उछाल प्राप्त होगा। मैदान बी और सी में 75 गज की बाउंड्री है।

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फ्लड लाइट की व्यवस्था,शानदार ड्रेनेज सिस्टम

सेंटर के मुख्य मैदान पर दूधिया रोशनी और अत्याधुनिक प्रसारण सुविधाएं भी हैं। अगर कभी किसी मैच की मेजबानी करने के लिए इस स्थल की आवश्यकता होती है तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का ड्रेनेज सिस्टम बेहद आधुनिक और शानदार है। जिसके कारण बारिश के बाद मैदान मिनटों में सूखकर खेल और अभ्यास के लिए दोबारा तैयार हो जाएगा।

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अभ्यास के लिए हैं 86 पिचें, इंग्लैंड से मंगाए नेट्स

सेंटर में खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए अलग-अलग तरह की कुल 86 पिचें हैं। आउटडोर नेट एरिया में 45 प्रैक्टिस पिचें हैं। मुख्य मैदान-ए में मुंबई की लाल मिट्टी की बनीं 13 पिचें हैं। वहीं मैदान बी ओडिशा के कालाहांडी से लाई मांड्या मिट्टी 11 की पिचें और मैदान सी में नौ ब्लैक कॉटन मिट्टी की पिचें हैं। प्रैक्टिस एरिया में बनी 45 पिचों के में जो नेट्स लगाए गए हैं वों इंग्लैंड से खास तौर पर मंगाए गए हैं। 45 पिचों को नौ वर्गों में विभाजित किया गया है। अभ्यास पिचें मुंबई की लाल मिट्टी, मांड्या मिट्टी, कालाहांडी की ब्लैक कॉटन सॉल और कंक्रीट की बनी हैं।

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इन्डोर प्रैक्टिस की है विश्वस्तरीय सुविधा

सेंटर ऑफ एक्सिलेंस में इनडोर अभ्यास की सुविधा भी खिलाड़ियों के लिए है। इससे खराब मौसम के दौरान भी खिलाड़ियों के अभ्यास में कोई बाधा नहीं है। इंडोर प्रैक्टिस के लिए प्रीमियम टर्फ वाली 8 पिचें यूके से मंगाई गई हैं। इसके अलावा 80 मीटर का साझा रनअप एरिया भी दिया गया है। बाहर की रोशनी अंदर आ सके इसके लिए टफेंड ग्लास से इंडोर प्रैक्टिस एरिया को कवर किया गया है।

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​फील्डिंग प्रैक्टिस के लिए है अलग एरिया

सेंटर ऑफ एक्सिलेंस में फील्डिंग के अभ्यास के लिए अलग क्षेत्र का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही प्राकृतिक और मोंडो सिंथेटिक सरफेस वाले 6 आउटडोर रनिंग ट्रैक भी हैं।

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डेडिकेटेड रिहैब सेंटर

सेंटर फॉर एक्सिलेंस में चोट से उबर रहे खिलाड़ियों के लिए डेडिकेटेड रिहैब सेंटर की स्थापना की गई है। स्पोर्ट्स साइंस एंड मेडिसन ब्लॉक में 16 हजार वर्ग फुट के जिम का निर्माण किया गया है। जिसमें विश्व स्तरीय उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।

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अन्य खेलों के एथलीट्स को भी मिलेगी सुविधा

पेरिस ओलंपिक खेलों के बाद बीसीसीआई ने ऐलान किया गया था कि बीसीसीआई के एनसीए का उपयोग ओलंपिक खेलों के स्टार खिलाड़ी भी कर सकते हैं।