कितनी होती है ओलंपिक गोल्ड मेडल की कीमत, क्या होता है खरा सोना

फ्रांस की राजधानी पेरिस में 33वें ग्रीष्मकालीन खेलों का आयोजन हो रहा है। 26 जुलाई को रंगारंग समारोह के साथ इसका आधिकारिक तौर पर आगाज हो गया है। 206 देशों के 10,714 एथलीट 32 खेलों की 329 स्पर्धाओं में गोल्ड मेडल हासिल करने के लिए मशक्कत करते दिखेंगे। आइए हम आपको बताते हैं कि ओलंपिक में मिलने वाला गोल्ड मेडल क्या पूरा सोने का बना होता है? कितनी होती है इसकी कीमत?

गोल्ड मेडल में नहीं होता है खरा सोना
01 / 07

गोल्ड मेडल में नहीं होता है खरा सोना

ओलंपिक खेलों में दिया जाने वाला पूरा सोने का नहीं बना होता है। मेडल का अधिकांश भाग चांदी का बना होता है और उसमें सोने की परत चढ़ी होती है।

गोल्ड मेडल में होता है 6 ग्राम सोना
02 / 07

गोल्ड मेडल में होता है 6 ग्राम सोना

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के मानकों के मुताबिक ओलंपिक गोल्ड मेडल में 6 ग्राम सोना होता है जो कि परत के रूप में होता है। वहीं इसमें कम से कम 92.5 प्रतिशत चांदी आईओसी के मानकों के मुताबित होनी चाहिए।

चांदी से बना होता है सिल्वर  मेडल
03 / 07

चांदी से बना होता है सिल्वर मेडल

ओलंपिक में दिया जाने वाला सिल्वर मेडल पूरी तरह चांदी का बना होता है। ओलंपिक खेलों में दिया जाने वाला कांस्य पदक कॉपर, टिन और जिंक वाली मिश्रधातु का बना होता है।

कितनी होती है गोल्ड मेडल की कीमत
04 / 07

कितनी होती है गोल्ड मेडल की कीमत

फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक पेरिस ओलंपिक 2024 में दिए जाने वाले गोल्ड मेडल की कीमत तकरीबन 950 अमेरिकी डॉलर यानी तकरीबन 80 हजार रुपये आंकी गई है।

पेरिस ओलंपिक में है 954 प्रतिशत चांदी
05 / 07

पेरिस ओलंपिक में है 95.4 प्रतिशत चांदी

पेरिस ओलंपिक में दिए जाने वाले गोल्ड मेडल का वजन 529 ग्राम है। इसमें 95.4 प्रतिशत चांदी, 6 ग्राम खरा सोना है जिसकी परत मेडल पर चढ़ाई गई है। वहीं 18 ग्राम आयरन मेडल में लगा है जो कि ऐतिहासिक एफिल टावर का टुकड़ा है।

अगर खरे सोने का होता गोल्ड मेडल
06 / 07

अगर खरे सोने का होता गोल्ड मेडल

अगर ओलंपिक खेलों में दिए जाने वाला गोल्ड मेडल पूरी तरह सोने का होता तो पेरिस में दिए जाने वाले उस मेडल की कीमत 41161.50 अमेरिकी डॉलर (लगभग 35 लाख रुपये) होती।

क्या कभी दिया गया प्योर गोल्ड मेडल
07 / 07

क्या कभी दिया गया प्योर गोल्ड मेडल

ओलंपिक इतिहास में आखिरी बार प्योर गोल्ड के मेडल साल 1912 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में आयोजित पांचवें ओलंपिक खेलों में दिए गए थे। उसके बाद ये परंपरा बंद हो गई।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited