न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र ने फिल्मी कहानी लिख डाली, माता-पिता के घर में किया कमाल

Rachin Ravindra Century: कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जिन पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। घड़ी का पहिया घूमता है और फिर सालों बाद कुछ ऐसा हो जाता है जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाए। ऐसा ही कुछ बेंगलुरू में चल रहे भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच में हुआ है। न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र ने बेंगलुरू टेस्ट में शानदार शतक जड़कर सबका दिल जीत लिया है। इसके पीछे एक बड़ी वजह रही है, एक ऐसी कहानी जो किसी फिल्म जैसी ही है।

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क्रिकेटर ने रची फिल्मी कहानी

कुछ खिलाड़ी ऐसे किस्सों को जन्म दे देते हैं जो किसी फिल्म की कहानी जैसी लगने लगती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है भारत-न्यूजीलैंड बेंगलुरू टेस्ट मैच में, जहां रचिन रवींद्र ने इतिहास रचते हुए अपना पूरा इतिहास भी सामने रख दिया।

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भारत-न्यूजीलैंड पहला टेस्ट मैच

भारत और न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरू में चल रहा पहला टेस्ट मैच कई मायनों में दिलचस्प और रोमांचक होता जा रहा है। पहली पारी में जहां मेजबान भारतीय टीम 46 रन पर सिमट गई। वहीं जवाब में मेजबान टीम ने उसी पिच पर कमाल की बल्लेबाजी करते हुए 350 रन तक पहुंच गए।

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रचिन रवींद्र ने रचा इतिहास

न्यूजीलैंड की पारी में पहले डेवोन कॉनवे 9 रन से अपने शतक से चूक गए, लेकिन इसके बाद रचिन रवींद्र ने मोर्चा संभाला और 124 गेंदों में अपना दूसरा टेस्ट शतक जड़ डाला।

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फिल्मी कहानी से कम नहीं ये शतक

रचिन रवींद्र का ये शतक किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है क्योंकि उन्होंने भारत के उस शहर में शतक जड़ा है जहां सालों पहले उनके माता-पिता रहा करते थे और बाद में वे न्यूजीलैंड शिफ्ट हो गए थे। समय का पहिया ऐसा घूमा कि सालों बाद उनका बेटा एक क्रिकेटर के रूप में बेंगलुरू पहंचा और इतिहास रचा।

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रचिन के नाम में भी भारतीय कनेक्शन

बेशक रचिन रवींद्र का जन्म भारत में नहीं हुआ लेकिन इस भारतीय मूल के खिलाड़ी के हर पहलू में भारत छुपा हुआ है। माता-पिता के बेंगलुरू से होने के अलावा, रचिन का नाम भी पूर्व भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के शुरुआती शब्दों को लेकर रचिन रखा था।

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हर साल आते थे बेंगलुरू

कम लोगों को पता होगा कि रचिन रवींद्र ने बेशक न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में रहते हुए 5 साल की उम्र में क्रिकेट सीखना शुरू कर दिया था। लेकिन उसके बाद वो हर साल क्लब क्रिकेट खेलने बेंगलुरू आया करते थे। अब उसी मैदान पर उन्होंने टेस्ट क्रिकेट का बड़ा कमाल कर दिखाया।