IPL 2025 मेगा ऑक्शन से पहले अश्विन ने नीलामी के इस रूल को बताया बकवास

आईपीएल 2025 से पहले होने वाले मेगाऑक्शन के लिए सभी 10 टीमें अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटी हैं। जुलाई के आखिर में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और फ्रेंचाइजी के मालिकों के बीच हुई बीसीसीआई की बैठक में मेगा ऑक्शन को लेकर बड़ी चर्चा हुई है। सभी टीमों ने मेगा ऑक्शन से पहले रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ियों की संख्या को पांच से छह करने के अलावा राइट टू मैच कार्ड(आरटीएम) के ज्यादा विकल्प देने का मांग की है।

01 / 06
Share

आरटीएम कार्ड आया अश्विन के निशाने पर

ऐसे में गवर्निंग काउंसिल द्वारा मेगा ऑक्शन के नियमों का ऐलान करने से पहले अपने तार्किक और विवादित बयानों से सुर्खियों में बने रहने वाले क्रिकेटर रविचंद्रन ने राइट टू मैच कार्ड को लेकर बड़ा बयान दिया है।

02 / 06
Share

क्या है आरटीएम कार्ड

राइट टू मैच ऐसा नियम है जिसके तहत नीलामी के दौरान बोली लगने के बाद टीम अपनी टीम में नीलामी से पहले शामिल रहे खिलाड़ी को शामिल करने के लिए इस नियम का इस्तेमाल करती हैं। इसके लिए आरटीएम कार्ड इस्तेमाल करने वाली टीम वही राशि खिलाड़ी को मिलती है जितने में वो नीलाम हुआ है।

03 / 06
Share

आरटीएम का होता है प्लेयर्स को नुकसान

अश्विन का मानना है कि आईपीएल ऑक्शन में राइट टू मैच (आरटीएम) कार्य वाले नियम से सर्वाधिक नुकसान खिलाड़ियों का होता है। यह नियम खिलाड़ियों के लिए बहुत ही ज्यादा अनफेयर है।

04 / 06
Share

नहीं है आरटीएम से बेकार कोई नियम

अश्विन ने अपने यूट्यब में इस नियम के बारे में बात करते हुए कहा, किसी भी खिलाड़ी के लिए आरटीएम से ज्यादा बेकार और कोई नियम नहीं है।

05 / 06
Share

पुरानी टीम के बोली लगाने से होता है नुकसान

अश्विन ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी किसी टीम से पहले जुड़ा रहा है और वो टीम भी उसके लिए बोली लगाती हैं तो दूसरी टीमों को ये पता चल जाता है कि पुरानी टीम उसे वापस लेने की इच्छुक है तो वो बोली को ज्यादा आगे नहीं ले जाती हैं जो कि अनफेयर है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान खिलाड़ी को होता है।

06 / 06
Share

खिलाड़ियों के हाथ रह जाएंगे खाली

नीलामी से पहले तीन-तीन आरटीम कार्ड सभी टीमों को दिए जाने से खिलाड़ी के हाथ खाली रह जाएंगे। आरटीम कार्ड के होने से खिलाड़ियों के सही कीमत नहीं मिलेगी। पहले ही खिलाड़ियों सही कीमत नहीं मिल रही है।